महावीर अग्रवाल
मन्दसौर ३१ अक्टूबर ;अभी तक; अखिल भारतीय वाल्मीकि महासभा द्वारा आदि कवि महर्षि वाल्मीकिजी का जन्मोत्सव का आयोजन श्याम बाबा मंदिर परिसर में किया गया। जिसमें कोरोना महामारी के चलते शासन की गाइड लाईन, सामाजिक दूरी एवं मास्क के उपयोग का पालन किया गया।
कार्यक्रम में प्रारंभ में महर्षि वाल्मीकि के चित्र पर माल्यार्पण कर पूजा अर्चना की गई। सीमित संख्या में एवं सादगीपूर्ण तरीके से उपस्थित समाजजनों ने एवं वाल्मीकि महासभा के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने भाग लेकर महर्षि वाल्मीकि में अपनी आस्था प्रकट की। जन्मोत्सव में पधारे वरिष्ठजनों ने आदि कवि की जीवनी पर प्रकाश डाला और महर्षि द्वारा रचा गया विश्व प्रसिद्ध महाकाव्य एवं श्रीराम के चरित्र पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर वाल्मीकि महासभा के राष्ट्रीय सचिव दादा गुरू जीवन गौसर, वाल्मीकि महासभा के नगर अध्यक्ष राजेश परमार, उपाध्यक्ष सतीश खेरालिया, नगर प्रकोष्ठ अध्यक्ष किरण परमार, उपाध्यक्ष प्रदीप दलोर, वयोवृद्ध समाजसेवी एवं संरक्षक राजाराम तंवर, वाल्मीकि समाज चौधरी नरेश परमार, समाज के वरिष्ठ बाबूलाल केसरिया, इंदरमल परमार, थानसिंह घावरी, गौरव कल्याणे, मंगल कोटियाना, दिलीप चनाल, राकेश भण्डवाल, सुनील रील, संतोष सौदे, संजय सौदे, महेश डागर, गोवर्धन हंस व अन्य समाजजनों ने भाग लेकर अपने उद्गार प्रकट किये। इसी क्रम में वरिष्ठ समाजसेवी व पतंजली जिला प्रभारी योगाचार्य बंशीलाल टांक ने मुख्य रूप से उपस्थित रहे। श्री टांक ने वाल्मीकि स्वामी के जीवन पर तथा उनके द्वारा रचे गये महाकाव्य पर एवं मर्यादा पुरूषोत्तम के जीवन पर विस्तार पर प्रकाश डाला तथा योग एवं प्राणायम कर वाल्मीकि समाज के लोगों को योग प्रदर्शन के साथ ही योग क्रिया को सतत् रूप से अपनाने की प्रेरणा दी। जिससे वाल्मीकि समाज के लोगों का बौद्धिक एवं शारीरिक रूप से विकास हो। इस कार्यक्रम का संचालन राजाराम तंवर और आभार राजेश परमार द्वारा प्रकट किया गया।
Post your comments