अनर्गल बयानबाजी और अनुशासनहीनता के चलते निमाड़ के कद्दावर नेता अरुण यादव गुट के कांग्रेसियों पर कार्रवाई की गाज गिरी

5:45 pm or March 17, 2023
मयंक शर्मा
खंडवां १७ मार्च ;अभी तक;  कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारियों के विरुद्ध अभद्र व्यवहार, अनर्गल बयानबाजी और अनुशासनहीनता के चलते निमाड़ के कद्दावर नेता अरुण यादव गुट के कांग्रेसियों पर कार्रवाई की गाज गिरी है। प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर पीसीसी उपाध्यक्ष ने पूर्व शहर कांग्रेस अध्यक्ष ठा. इंदलसिंह पंवार और पार्षद इकबाल कुरैशी को 6 साल के लिए गुरूवार को कांग्रेस से निष्कासित किया। वहीं, दो ब्लॉक अध्यक्ष सहित 12 को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

वरिष्ठ कांग्रेस नेता कुन्दन मालवीय ने बताया कि  खंडवा-बुरहानपुर जिला प्रभारी कैलाश कुंडल ने निगम परिषद में नेता प्रतिपक्ष के रूप में मुल्लू राठौर की नियुक्ति की थी, । विरोध करते हुए वरिष्ठ नेताओं के सामने अपनी बात रखी। इसके बाद एआइसीसी द्वारा ग्रामीण जिलाध्यक्ष के रूप में मनोज भरतकर और मोहन ढाकसे को शहर अध्यक्ष नियुक्त किया था। इन दोनों का भी लगातार विरोध हो रहा था। जिसके चलते दोनों नियुक्ति होल्ड की गई।10 मार्च को भोपाल में होने वाले प्रदर्शन को लेकर  जिला प्रभारी कैलाश कुंडल और सह प्रभारी सुभाष सिरसिया ने गांधी भवन में बैठक ली थी। इस बैठक में विरोध की सारी सीमाएं लांघ डाली। इकबाल कुरैशी ने माइक से कैलाश कुंडल का जमकर विरोध किया और कांग्रेस में गुटबाजी का आरोप लगाया। विरोध के चलते पदाधिकारी बैठक छोड़कर चले गए। यहां कैलाश कुंडल के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी हुई। वहीं, पूर्व शहर अध्यक्ष इंदलसिंह पंवार ने भी कैलाश कुंडल पर कांग्रेस को खत्म करने का आरोप लगाते हुए भविष्य में मुंह काला करने की चेतावनी  दी थी।

13 मार्च को भोपाल में जंगी प्रदर्शन के लिए खंडवा से भी कांग्रेसी पहुंचे थे। दो दिन तक भोपाल में डेरा जमाए कांग्रेसियों ने अलग-अलग गुटों में पीसीसी चीफ कमलनाथ से मुलाकात कर एक-दूसरे की शिकायत की। खंडवा में कांग्रेस के हालात देखते हुए पीसीसी ने यह कदम उठाया है।

ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष शहर विकास व्यास और अर्श पाठक के साथ विनोद यादव, शेख असलम, इमरान गौरी, अख्तर मंसूरी, गुलशन अरोरा, रितेश मेलुंदे, नवीन यादव, आलोक रावत, मुजाहिद कुरैशी और लव जोशी से पीसीसी ने कारण बताओं नोसि देकर जवाब मांगा है। इसमें लव जोशी को छोड़ सभी अरुण यादव समर्थक है।

                         मामले में निष्कासित पूर्व शहर अध्यक्ष इंदलसिंह पंवार ने कहा कि पीसीसी चीफ कमलनाथ का आदेश है, तो मानेंगे,  हम कांग्रेसी थे और कांग्रेसी ही रहेंगे।