मयंक शर्मा
खंडवा १३ नवंबर ;अभी तक; कैलेण्डर साल के पहलेेे 10 महीने में जिले में मिलावट विरोधी कार्रवरही को लेकर खाद्य सामग्री यथा े दूध, मावा, पनीर, घी, मिठाई के 335 सैंपल भोपाल की लैब में भेजे गए। जिसमें से केवल 121 की ही रिपोर्ट आई, जबकि 214 सैंपल की रिपोर्ट अब भी लैब में जांच के इंतजार में धूल खा रही है।
खाद्य एवं औषधि प्रशासन के निरिक्षक के एस सोलकी के अनुसार भेजे गए सैंपलं की रिपोर्ट विभाग को 18 दिन में मिलना थी, लेकिन 10 महीने में केवल 121 रिपोर्ट ही आई है। इसका कारण भोपाल स्थित लैब में स्टाफ की कमी है। इधर, जिलेभर के खाद्य प्रतिष्ठानों से खाद्य सामग्रियों की सैंपलिंग की जिम्मेदारी भी केवल दो ही निरीक्षकों के भरोसे है।
खाद्य निरीक्षक केएस सोलंकी ने बताया बुधवार को धनतेरस पर बुधवारा बाजार स्थित शिवांगी मावा भंडार से पनीर, मावा, गोकुल मावा भंडार से घी व नमकीन, मित्र मिलन मिठाई भंडार से घी, मावा व अग्रवाल स्वीट मार्ट से दो मिठाइयों के सैंपल लिए जबकि जलेबी चैक स्थित अपना गोकुल स्वीट्स से मिठाई का सैंपल लिया। उन्होने माना कि प्रयोगशालां से निध्धौरित समय सीमा 18 दिन के अंदर सैंपल की जांच रिपोर्ट मिल जाने का नियम है, लेकिन तकनीकी खामियों व स्टाफ की कमी के चलते कभी भी रिपोर्ट समय पर नहीं आई।
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