महावीर अग्रवाल
मन्दसौर २१ जुलाई ;अभी तक; गौरवशाली भारतीय सांस्कृतिक परंपराओं से युवा पीढ़ी को उसके मूल रूप से परिचित कराने हेतु ई.एफ.ए शास. कन्या उमावि बालागंज में स्पिक मैके संस्था की प्रख्यात कत्थक नृत्यांगना अनुकृति विश्वकर्मा द्वारा कत्थक नृत्य की सुंदर प्रस्तुति दी गई।

प्राचार्य सुदीप दास ने स्वागत उद्बोधन देते हुए कहा कि विद्यार्थियों को भारतीय संस्कृति के गौरवशाली परंपरा एवं समृद्ध इतिहास से पहचान एवं आत्मसात कराने के लिए भविष्य में भी विद्यालय में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।
स्पिक मैके संगठन की जिला समन्वयक श्रीमती चंदा डांगी ने संस्थान की जानकारी दी एवं नृत्यांगना अनुकृति विश्वकर्मा का परिचय दिया।
पूर्व प्राचार्य श्रीमती सुष्मिता दास ने विद्यार्थियों को जानकारी दी कि न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत समावेशी शिक्षा में भारतीय शास्त्रीय संगीत, नृत्य एवं अन्य ललित कलाओं का पाठ्यक्रम में महत्वपूर्ण स्थान है। विद्यार्थी रुचि एवं दक्षता के आधार पर अपने चयनित विषय में शिक्षा प्राप्त कर अपना करियर बना सकते हैं।
कार्यक्रम के आरंभ में प्राचार्य सुदीप दास, उपप्राचार्य भानालाल कछावा एवं छात्रा पायल सांवलिया ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में सरस्वती वंदना, डिंपल, ट्विंकल एवं आफरीन ने प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन संतोष कुमार द्विवेदी ने किया एवं आभार श्रीमती संगीता भदानिया ने व्यक्त किया।