मण्डला से सलिल राय
मंडला १८ नवंबर ;अभी तक; कान्हा के जंगल मे एक बाघ की मौत होने की जानकारी में बाघ के उम्रदराज की बात कही गई है वही बाघो की उम्र के बारे में कहा जाता हैं बाघ जन्म लेने के बाद तीन चार बर्ष की आयु में परिपक्व हो अपने इलाके की तलाश करते हुये अपने अधिपत्व के जंगल इलाके में विभिन्न आचरणों से अपना कब्जा बनाने की जुगत में उस इलाके में रहने वाले अन्य बाघ से टाइगर फाइट करते हैं इस स्थिति में बड़ी उम्र के टाइगर को उस जंगल इलाके से बाहर अपना रहवास बनाते हैं यह वह स्थिति होती उस उम्रदराज बाघ की जब उसके दांत नाखून सभी शिकार करते करते घिस जाते है और वह जब फुर्तीले अंदाज में शिकार नही कर पाता तब उम्र के अंतिम पड़ाव पर ऐसे टाइगर्स किसी शांत इलाके जहाँ बलसाली बाघ से उसका सामना न हो इसके चलते बाघ अपना जीवनयापन करते है इसी से जुड़ी स्थिति परिस्थितियों के चलते सम्भवतः कान्हा के एक बाघ की मौत की खबर इस तरह पार्क प्रबंधन कान्हा ने बताई हैं वह यह रही ।


फील्ड डायरेक्टर ने बताया कि मृत बाघ का शव लगभग चार पांच दिन पुराना था बाघ की उम्र लगभग 14 से 15 साल की बताई गई हैं वही यह बाघ बूढा होने के कारण इसके दांत काफी घिस चुके थे जिसकी वजह से बाघ अपना आहार जुटाने में सम्भवतः सक्छम नही था।
बाघ का शव परीक्षण आज बुधवार को शासकीय चिकित्सक डॉ ज्योतिषी ने किया इन्होंने ने बताया कि टाइगर की देह को इल्लियों ने काफी शरीर के भाग को नष्ट करने से यह अभी पता नही चला हैं कि मृत बाघ नर था या मादा बाघ के अंगों चमड़ी बाल को सम्बंधित परीक्षण केंद्रों कान्हा पार्क प्रबन्धन द्वारा भेजा रहा हैं।
उल्लेखनीय हैं कि कान्हा टाइगर रिजर्व दुनियाभर में बाघ की सुरक्षित पहरेदारी के लिए जाना जाता हैं वही हाल ही में पदस्थ हुये फील्ड डायरेक्टर एस के सिंह ने पार्क प्रबंधन की सुरक्षा लाइन और अन्य सूत्र तंत्र को अधिक सक्रियता लाने की पहल की हैं। इस समय कान्हा पार्क बर्षाकाल समाप्ति के बाद पार्क कोरोना गाइड लाइन के पालन के साथ देशी विदेशी सैलानियों के लिए खुल गया हैं।हाल ही में पर्यटकों को जंगल के राजा के दर्शन भी खूब हो रहे है। इस समय कान्हा के जंगलों में एक सौ दस बाघ परिवार की संख्या का दावा किया जा रहा हैं।
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