महावीर अग्रवाल
मन्दसौर , उज्जैन ६ अगस्त ;अभी तक; जिला विधिक सेवा प्राधिकरण उज्जैन के सहयोग से केंद्रीय जेल उज्जैन में निरुद्ध बंदियों के आत्मिक चिंतन एवं उनकी विचारधारा व जीवनशैली में परिवर्तन लाने तथा उनके कौशल उन्नयन को दृष्टिगत रखते हुये “एक सर्वधर्म एवं कौशल उन्नयन पुस्तकालय का शुभारंभ” मान प्रधान, जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री आर.के. वाणी के द्वारा किया गया।
इस अवसर पर श्री आर. के वाणी साहब के द्वारा बंदी भाईयों को संबोधित करते हुये बताया कि “अच्छा साहित्य पढकर कैदी भाई अपना जीवन बदल सकते हैं”। उन्होंने सभी कैदी भाईयों से आग्रह किया कि आपके पास जेल में रहकर आत्मचिंतन करने एवं किये गये दोषों का प्रायश्चित करने का पर्याप्त समय होता है। इस समय का उपयोग अपनी विचारधारा व जीवनशैली को परिवर्तित करने में करें ताकि रिहा होने के बाद समाज में आपकी पहचान एक अच्छे इंसान के रूप में स्थापित हो सके । जेल निरीक्षण के दौरान जेल में चल रहे फैक्ट्री उद्योग के संबंध में श्री वाणीजी के द्वारा कैदी भाईयों से कहा गया कि वह अपनी रूचि के अनुसार कोई भी कार्य अवश्य करें ताकि जब आप जेल से बाहर जायेंगे तो यहां सीखी गयी कला आपके जीवन में काम आयेगी। कैदी भाईयों की जो समस्यायें हो उनको वह निःसंकोच प्राधिकरण के पास भेजें और इग्नू एवं भोज विश्वविद्यालय के माध्यम से चलाये जा रहे पाठ्यक्रमों का भी लाभ लेवें।
इस अवसर पर महिला बैरिक में महिला बंदियों को स्वावलम्बी बनाने के उद्देश्य से उनके हितार्थ ब्यूटी पार्लर एवं मेहंदी कला के प्रशिक्षण कार्यक्रम का भी उद्घाटन श्री आरके वाणी साहब के द्व द्वारा किया गया। *उक्त कार्यक्रम को प्राधिकरण की पैरालीगल वॉलंटियर श्रीमती प्रीति धाणक के द्वारा नि:शुल्क रूप से सेवाएं देते हुये चलाया जाएगा।* श्री बाणीजी के द्वारा महिला बंदियों को संबोधित करते हुये बताया कि सभी महिलाएं समय-समय पर दिये जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रमों का भरपूर लाभ उठायें ताकि आपका भविष्य अच्छा बन सके। उन्होंने जेल अधीक्षक मैडम को महिला बंदियों एवं उनके साथ रह रहे बच्चों को पर्याप्त सुविधाएं देने एवं समय-समय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिये।
*प्राधिकरण के सचिव अरविंद कुमार जैन* के द्वारा बंदियों को प्राधिकरण की विभिन्न योजनाओं की जानकारी देते हुये बताया गया कि जेल में यदि कोई ऐसा बंदी हो जिसकी अपील किसी स्तर पर होना हो तो वह तत्काल प्राधिकरण को सूचित करे। केंद्रीय जेल उज्जैन में लगभग 3000 बंदी निवासरत हैं, जो एक छोटे से गांव की जनसंख्या के बराबर हैं। जहां सभी धर्मों के कैदी भाई सजा भुगत रहे हैं। इसी उद्देश्य को दृष्टिगत रखते हुये “एक सर्वधर्म एवं कौशल उन्नयन पुस्तकालय की स्थापना करने का विचार मेरे मन में आया था। उक्त कार्यक्रम में विभिन्न समाजों के गणमान्य व्यक्तियों एवं नागौरी समाज तथा बार संघ के अध्यक्ष श्री रवींद्र त्रिवेदी, पूर्व अध्यक्ष योगेश व्यास, सिख समाज श्री एस.एस. नारंग, किशोर भदौरिया अधिवक्ता, मुस्लिम धर्म से श्री अखलाक कुरैशी, श्री फिरोज खान, पूर्व न्यायाधीश करुणा त्रिवेदी मैडम, समाजसेवी श्रीमती अंजना शुक्ला, आनंद संस्थान से श्री प्रवीण जोशी, इसाई धर्म से फादर जोसेफ संजोश इत्यादि का विशेष सहयोग रहा। जेल अधीक्षक श्रीमती उषाराज के द्वारा जेल में आज पुस्तकालय एवं महिला बंदियों के लिये ब्यूटी पार्लर एवं मेहंदी का प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ करने के लिये मान प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश महोदय का धन्यवाद ज्ञापित किया। *कार्यक्रम का संचालन जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री चंद्रेश मण्डलोई के द्वारा किया गया।* इस अवसर पर जेलर श्री सुरेश कुमार गोयल, जेल स्टॉफ एवं पैरालीगल वॉलंटियर श्रीमती प्रीति धाणक तथा एनजीओ के सदस्यगण श्री हर्ष धाणक श्रीमती उषा जिंदल, श्रीमती मीना वर्मा, श्रीमती वर्षा राठौर, श्रीमती वानखेडे एवं बंदीजन उपस्थित रहे।
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