आनंद ताम्रकार
बालाघाट ४ फरवरी ;अभी तक; बहुत ही परिवार की बालिका चेतना मारू को खेलो इंडिया गेम्स-2022 में मध्य प्रदेश की टीम से ओर से मैच खेलने का अवसर मिला तो वह बहुत खुश हो गई है। चेतना ने सपने में भी नहीं सोचा था कि वह मध्यप्रदेश की टीम का हिस्सा होगी। मध्यप्रदेश की ओर से खेलने के बाद अब वह कड़ी मेहनत कर देश की टीम का हिस्सा बनना चाहती है।
मध्यप्रदेश के धार जिले के सरदारपुर की निवासी बालिका चेतना मारू बहुत गरीब परिवार से ताल्लुक रखती है। चेतना जब 02 वर्ष की थी तभी उसके माता पिता का बीमारी के चलते निधन हो गया था। माता-पिता के गुजर जाने के बाद वह अपने दादा दादी और भाई बहन के साथ सरदारपुर में रहती है। चेतना ने बताया कि उसके दादा दादी उसको पूरा सहयोग करते है। स्कूल में खलने के दौरान ही उसे खेलो इंडिया यूथ गेम्सी-2022 के लिए मध्यप्रदेश की टीम में चयन कर लिया गया था।
चेतना ने बताया कि जब इंदौर में कैंप लगा था तब उनके सामने बालाघाट का जिक्र हुआ था । वह सोचती थी कि बालाघाट एक छोटा सा गांव होगा और यहां से कोई खिलाड़ी भी फुटबॉल टीम में नहीं होगा । लेकिन कैंप के दौरान बालाघाट की महिला फुटबॉल खिलाड़ी उमा उईके से उसकी मुलाकात हुई, जिससे मिलकर वह बहुत खुश हुई। बालाघाट आकर उसे पता चला कि यह एक शहर है । बालाघाट की हरियाली एवं वातावरण से वह बहुत प्रभावित हुई है। बालाघाट में इस तरह के आयोजन एवं उस जैसे गरीब खिलाड़ियों को ऐसे प्रतियोगिता में खेलने का अवसर प्रदान करने के लिए उसने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यगमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी को धन्य वाद दिया है ।