दीपक शर्मा
पन्ना २ अगस्त ;अभी तक; श्रावण मास मे अमावस्या के बाद पंचमी को प्रत्येक वर्ष नागपंचमी के पर्व के रूप मे मनाया जाता है इस वर्ष भी यह पर्व बडे ही उत्साह पूर्वक ढंग से मनाया गया। लोगो द्वारा शिव मंदिरो मे तथा मशान बाबा के मंदिरो मे पहुचकर दूध अपर्ण किया तथा नरीयल का प्रसाद चढाया गया।
इस पर्व को मनाने के पीछे यह कारण है कि नाग देवता प्रसन्न रहते है तथा किसी प्रकार की हानी नही पहुचाते है। इसी लिए इस पर्व को लोगो द्वारा उत्साह से मनाया जाता है।