जैव विविधता विषय पर व्याख्यान का आयोजन

5:37 pm or February 14, 2023

महावीर अग्रवाल

 

मन्दसौर  १४ फरवरी ;अभी तक;  राजीव गाँधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, मन्दसौर में 14 फरवरी 2023 को विश्व बैंक परियोजना की अकादमिक उत्कृष्टता गतिविधियों एवं प्राणिकी विभाग द्वारा जैव विविधता विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस व्याख्यान में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. प्रहलाद दुबे पूर्व प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय कोटा राजस्थान उपस्थित थे।

कार्यक्रम के प्रारंभ में महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ. बी. आर. नलवाया द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया। आपने अपने स्वागत उद्बोधन में  कहां की जैव-विविधता हमारे भोजन, कपड़ा, औषधीय, ईंधन आदि की आवश्यकताओं की पूर्ति के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। जैव-विविधता पारिस्थितिक संतुलन को बनाये रखने में सहायक होती है। इसके अतिरिक्त यह प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़, सूखा आदि से राहत प्रदान करती है

डॉ. प्रहलाद दुबे ने इस अवसर पर कहा जैव विविधता जिसे जैविक विविधता भी कहते है, अलग-लग तरह की वनस्पतियों एवं जानवरों का संग्रह है जो एक ही विशेष क्षेत्र में रहते या फैले हुए है। जैव विविधता जितनी समृद्ध होगी उतना ही सुव्यवस्थित और संतुलित हमारा वातावरण होगा। अलग-अलग तरह की वनस्पति तथा जीव-जंतु भी धरती को रहने के योग्य बनाने के लिए अपना योगदान देते है। इंसान के जीवन के पीछे भी जैव विविधता का ही हाथ है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अलग-अलग जंतु और पेड़-पौधे ही मिलकर मनुष्य की मूलभूत जरूरतें पूरी करने में सहायता करते है।

महाविद्यालय के प्राणिकी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर संदीप सोनगरा जैव विविधता की उपयोगिता पर प्रकाश डाला।

कार्यक्रम का सफल संचालन प्रोफेसर ज्योति पवार ने किया व अंत में आभार प्रोफेसर गौतम मेघवाल ने माना। कार्यक्रम में डॉ. संतोष कुमार शर्मा, प्रो. सिद्धार्थ बरोड़ा, डॉ. शिखा ओझा, प्रो. प्रकाश दास, प्रो. कुंदन माली, प्रो. चीना मिंडा, प्रो. ज्योति पवार, प्रो. हिमांशी रायगौड़ सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे !