महावीर अग्रवाल
मंदसौर १५ फरवरी ;अभी तक; पिछली भाजपा की नपा परिषद ने तमाम वो सभी कार्य किये जिसकी कल्पना भी नही की जा सकती है। ऐनकेन प्रकारेण आर्थिक हित साधने के लिये नपाध्यक्ष एवं सभापतियो ने न केवल नियम विरूध्द नामांतरण कार्य किये बल्कि उनके अनैतिक कार्यो में बाधा नही आये इसके लिये बकायदा नपा ने फाईले तक गायब करवायी गयी। 25 जनवरी 2021 को तत्कालिन नगर पालिका परिषद ने अनेक विवादित नामांतरण कर करोडो रूपयो का भ्रष्टाचार किया जिसमें अधिकांश मामलें उन फाईलो से संबंधित है जो नपा से गायब होने एवं रहस्यमय तरिके से वापस मिलने की कहानी अब तक नही सुलझ सकी है।
यह बात जिला कांग्रेस सचिव श्री कमलेश जैन ने कही। उन्होनें कहा कि पिछली नगर पालिका परिषद ने तमाम वो सभी अनैतिक कार्य किये जो आज दिन तक मंदसौर नपा में नही हुये थे। नपा कार्यालय से फाईले चोरी होना और अधिकारियो द्वारा अधीनस्थ कर्मचारियो को निलंबित करना और पुनः फाईलो का मिलना जिसका जवाब आज दिन तक नपा के अधिकारी नही दे पा रहे है। उन्होेने न्यायालय में लंबित फाईल चोरी कांड से संबंधित नामांतरण प्रकरणो को गंभीर करार देते हुये कहा कि जो फाईले नपा से गायब की गयी थी उसमें अनेक फाईलो में लाखो रूपयो को लेनदेन किया गया जिसे आज दिन तक चिन्हित नही किया गया है। श्री जैन ने 25 जनवरी 2021 को पारित सभी नामांतरण को निरस्त करने और सभी प्रकरणो का भौतिक सत्यापन कर पात्र नामांतरण करने की मांग करते हुये कहा कि प्रकरण क्रमांक 712 एक ऐसा मामला था जिसमें नपा के अधिकारियो एवं पदाधिकारियो ने रूपया लेकर भवन का बिना बंटवारा एवं आपत्तियो के बावजुद नामांतरण कर दिया। इस मामले में नपा ने एक ही मकान के अनेक नंबर दस्तावेजो मे दर्ज कर पुरा खेल कर दिया।
श्री जैन ने कहा कि सिर्फ 712 नंबर प्रकरण ही नही बल्कि अनेक मामलो में पीडित नागरिक लगातार नपा और अन्य सक्षम व्यक्तियो के पास जाकर फरियाद कर रहे है लेकिन नपा और भाजपा जनप्रतिनिधि कोई भी कदम नही उठा रहे है। फाईल चोरी कांड की जांच पुलिस द्वारा नही करने एवं मामला न्यायालय में पेडिंग होने संबंधी जानकारी देते हुये कलेक्टर श्री गौतमसिंह एवं सीएमओ श्री सुधीर कुमार सिंह से फाईल चोरी कांड से जुडे नामांतरण प्रकरणो को निरस्त करने की मांग दोहराते हुये पुनः भौतिक सत्यापन के आधार पर नामांतरण कार्यवाही करने का आग्रह किया है।