दीपक शर्मा
पन्ना १७ फरवरी ;अभी तक; कृषि विज्ञान केन्द्र के बरिष्ठ वैज्ञानिक ने वताये मल्चिंग के फायदे पौधो एवं सब्जी उत्पादन में मल्चिंग विधि किसानो के लिये बहुत फायदे की है। पौधो एवं सब्जी उत्पादन में पानी की मात्रा कम देनी पड़ती है।
साथ जमीन की उर्बराशक्ति् एवं जीवामृत का उपयोग करने से फायदे कई गुण बढ़ जाते है। पौधो एवं पेड़ो के पास नमी कई दिन तक विना पानी दिये बनी रहती है। यह घर में घान से निकले पयार एवं घास फूस से काम हो जाता है। जमीन के उपर पयार विछा कर उसके उपर पानी एवं जीवामृत का छिड़काव करने से जमीन में पोषक तत्व बढ़ते है एवं मित्र कीट पयार को भी खाकर खाद में परिवर्तित कर देते है। जमीन ढकी होने से नीचे अधेरा होता है उससे कीट उपर आकर जीवामृत को भोजन बनाते है एवं मिटटी को मुलायम करते है एवं उर्बराशक्ति से भरपूर करते है। पौधो में कम पानी लगेगा कृ सब्जी एवं पौधो में गर्मी से निजात एवं कम पानी में पौधे सुरक्षित रहेगे।
कृषि के बरिष्ठ वैज्ञानिक डा. पी.एन त्रिपाठी ने यह वात कृषिवार्ता एवं प्राकृतिक खेती पर ज्ञानेन्द्र तिवारी से चर्चा के उपरांत् वताई जो किसानो के फायदे की है।