खंडवा २७ जनवरी ;अभी तक; एक पति ने अपनी पत्नी के कथित बुजुर्ग प्रेमी को मौत के घाट उतार दियाहै। हत्या कैसे और किस हथियार से की, इस पर घटना के 8 दिन बाद भी रहस्य बना हुआ है। े संदेही आरोपी पति राजकुमार फरार है,। वह न तो मोबाइल रखता है न पुलिस के पास कोई पहचान हैर्। केवल आधार कार्ड के पुराना फोटो के आधार पर पुलिस तलाश में जुटी हुई है।
खालवा थाना प्रभारी जीएल कनेल ने बताया कि मामले मे ं राजकुमार पिता सालकु कोरकू निवासी पिपलटोला को आरोपी बनाया गया है। राजकुमार को गूंगा और राजु नाम से भी पुकारा जाता है। उसकी पत्नी सरजूबाई का अफेयर मृतक जगन भील से था। जगन की पत्नी का देहांत हो चुका है। राजकुमार को आंशका थी करीब एक साल से दोनों के बीच अफेयर चल रहा था। यह बात मृतक जगन के परिवार को भी पता थी और आरोपी राजकुमार के कानों-कान में पहुंच चुकी थी।
घटना, 28 दिसंबर 2022 को खंडवा जिले के आदिवासी बहुल थाना खालवा क्षेत्र की है। े गांव कालाआमकला स्थित आलाबख्श सेठ के खेत पर एक बुजुर्ग अचेत अवस्था में पड़ा मिला। उसकी पहचान जगन पिता गणपत (58) जाति भील निवासी खेडीमाल के रूप में हुई। खेत मालिक ने एम्बुलेंस बुलाकर खालवा के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। प्राथमिक इलाज के बाद तत्काल उसे जिला अस्पताल रेफर किया। जहां भर्ती होने के तीसरे दिन इलाज के दौरान जगन भील ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने मर्ग कायम पर मामले की जांच की तो पडताल म मृतक का एक महिला से प्रेम-प्रसंग सामने आया है। उस महिला का पति राजकुमार गायब मिला। यही से पुलिस को राजकुमार पर शक हुआ और संदेही आरोपी बनाते हुए तलाश शुरू कर दी।
घटनाक्रम में थाना प्रभारी ने बताया कि 28 दिसंबर के दिन आरोपी राजकुमार अपने घर लौटा तो उसकी पत्नी सरजूबाई नही मिली। राजकुमार पेशे से किसान है।, उसके पास खुद की जमीन नही थी लेकिन वह खोट पर दूसरों के खेत लेता था। इसलिए अक्सर वह घर से बाहर ही रहता था। पत्नी सरजूबाई के गायब होने पर उसके प्रेमी पर उसे शक हुआ। राजकुमार जब पड़ोस के गांव खेड़ीमाल गया और जगन के बारे में पता चला कि वह भी घर से गायब है।उसने पााया कि उसकी पत्नि व जगन दोनों घूमने के लिए ओंकारेश्वर तरफ गए हुए है।। इसके बाद राजकुमार ने उसकी पत्नी की जिंदगी से जगन को हटाने के लिए उसकी हत्या की साजिश रची। दूसरे दिन खेत पर बुलाया और मार-मारकर बुरी तरह घायल कर दिया।
श्री कनेल ने बताया कि मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि जगन को मौत के घाट उतारने के लिए आरोपी राजकुमार ने किसी भारी वस्तु का इस्तेमाल किया। जगन के शरीर पर कही पर भी चोंट के निशान नही है। उसे इस तरह पीटा कि, वह इलाज दौरान तीन दिन तक पुलिस को बयान तक नहीं दे सका। आरोपी राजकुमार के पास मोबाइल तक नही है, जिससे कि उसकी लोकेशन ट्रेस की जा सकें। न ही उसके हुलिया का कोई फोटो। ताकि, उसे तलाश करने में आसानी हो। सिर्फ आधार कार्ड है, जिस पर काफी पुराना और धूंधला फोटो लगा हुआ है।