महावीर अग्रवाल
मंदसौर ६ जून ;अभी तक; प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविघालय आत्म कल्याण भवन मंदसौर की पूर्व संचालिका समिता बहन की प्रथम पुण्यतिथी श्रृद्धांजली सभा का आयोजन इंदौर झोन की मुख्य समन्वयक ब्रह्माकुमारी हेमलता दीदी के सानिध्य में हुआ। आयोजन में बतौर मुख्य अतिथी वरिष्ठ विधायक यशपालसिंह सिसोदिया उपस्थित थे। इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी… भी मंचस्थ थी। पुष्पाजंलि से पूर्व आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में विश्व पर्यावरण दिवस से प्रत्येक सेंटर के माध्यम से 75 पौधे लगाऐ जाने के अभियान का भी श्रीगणेश किया गया।
भाव सुमनांजलि अर्पित करते हुए वरिष्ठ विधायक यशपालसिंह सिसोदिया ने कहा कि भावुकता के क्षण है, समिता बहन एक ऐसी सख्शियत थी जिन्होंने संघर्ष और समर्पण से लक्ष्य को प्राप्त किया, विघुत मंडल के समीप छोटे से कार्यालय से प्रारंभ हुई यह यात्रा तलेरा विहार पर आत्म कल्याण भवन और जिले भर में सेंटर की स्थापना के साथ ही नयाखेडा बायपास पर एक भव्य अत्याधुनिक अध्यात्मिक केन्द्र की संकल्पना तक पहुंची। अपनी कल्पना को समर्पण, परिश्रम के आधार दीदी ने साकार किया और चरैवेती-चरैवेती यानी चलते-रहों, चलतें रहों, मधुर मुस्कान ओर अपनी सह्दयता से पूरे जिले भर के श्रृद्धालुओं के दिलों पर राज किया, उनके लिए ना कोई छोटा था और ना कोई बड़ा, हर व्यक्ति को समान स्नेह करती थी। अपने आचरण, व्यवहार, शालीनता, वाणी, अनुशासन ओर समयबद्धता उनकी पहचान थी, उन्होंने इस केन्द्र को बहुआयामी बनाने का प्रयास किया। सौम्य व्यवहार की धनी सोमी दीदी के कारण मंदसौर में ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविघालय की पहचान बनी, जेल में रक्षाबंधन का पर्व हो या फिर नशा मुक्ति का अभियान या फिर शिवना शुद्धिकरण, मंदसौर में कोई भी सामाजिक, धार्मिक, रचनात्मक आयोजन बिना दीदी की उपस्थिति के सम्पन्न नहीं होता था। दीदी का संपूर्ण जीवन मानव सेवा के लिए समर्पित था, उनका कृतित्व, व्यक्तित्व और जीवटना आने वाली पीढियों के लिए सदियो तक प्रेरणादाई रहेंगी।
इंदौर झोन की मुख्य समन्वयक ब्रह्माकुमारी हेमलता दीदी ने कहा कि समीता बहन का जैसा नाम था वैसा ही उनका काम था, अपने मीठे व्यवहार से पूरे जिले के लोगों का दिल उन्होंने जीता और हर एक के साथ मिलकर शहर वासियों को मातृत्व भाव से ईश्वरीय ज्ञान और राजयोग की प्रेरणा की अनेक भाई-बहनों का जीवन बनाया, स्वयं के जीवन जिने की कला से उन्होंने बताया कि कैसे व्यक्ति मूल्य निष्ठ जीवन जी सकता है। 27 वर्षो तक अपनी अनुपम सौगात मंदसौर शहर को दी, जाते-जाते भी उन्होंने एक सुंदर जगह हाईवे के निकट दी है। वहां एक बड़ा केंद्र बनाना उनका सपना था जिसे अब सभी मिलकर पूरा करेंगे और समीता बहन के सपने को साकार करेंगे।
पुष्पाजलि सभा में ब्रह्माकुमारी सविता दीदी ने कहा कि बडों को आदर ओर छोटों को प्यार देने का संस्कार दीदी में कूट-कूट कर भरे हुए थे। मातृत्व भाव से वे समझाया करती थी अनेक विशेषताओं से भरा हुआ समिता बहन का जीवन हमेंशा प्रेरणा पुंज बनेगा। इस अवसर पर विभिन्न स्थानों से आई ब्रह्माकुमारी बहनों. ने भी परमात्मा में लीन समिता बहन के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए भाव सुमनांजलि अर्पित की।
प्रारंभ में दीप प्रज्जवलन कर श्रृद्धाजंलि सभा का शुभारंभ किया गया, ब्रह्माकुमारी बहनों ने अतिथियों का बेच लगाकर पुष्प गुच्छ भेटकर स्वागत किया। इस दौरान बड़ी संख्या में गणमान्यजन एवं बीके भाई-बहन उपस्थित थें। श्रृद्धांजलि सभा का संचालन मंदसौर सेवा केन्द्र की संचालिका बीके उषा दीदी ने किया माना।
कल्पतरू अभियान का श्रीगणेश
श्रृद्धांजलि सभा से पूर्व अतिथियों ने कल्पतरू अभियान का श्रीगणेश किया, इस अभियान के तहत आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविघालय के प्रत्येक सेवा केन्द्र द्वारा 75 पौध रोपण किया जाना है। इसमें चिन्हित वे पौधें रोपे जाऐगें जो आक्सीजन का माध्यम होते है। अभियान के तहत पौध रोपण करने वाले व्यक्ति को एक एप भी अपने मोबाइल में डाउनलोड करना होगा, इसके माध्यम से उस पौधे की पालना के लिए समय-समय पर मार्गदर्शन मिलेगा।
कल्पतरू अभियान का श्रीगणेश
श्रृद्धांजलि सभा से पूर्व अतिथियों ने कल्पतरू अभियान का श्रीगणेश किया, इस अभियान के तहत आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविघालय के प्रत्येक सेवा केन्द्र द्वारा 75 पौध रोपण किया जाना है। इसमें चिन्हित वे पौधें रोपे जाऐगें जो आक्सीजन का माध्यम होते है। अभियान के तहत पौध रोपण करने वाले व्यक्ति को एक एप भी अपने मोबाइल में डाउनलोड करना होगा, इसके माध्यम से उस पौधे की पालना के लिए समय-समय पर मार्गदर्शन मिलेगा।