भिण्ड से डॉ. रवि शर्मा
भिंड १४ जनवरी ;अभी तक; केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानून के विरोध में किसानों द्वारा गोल मार्केट परिसर में अनिश्चितकालीन धरना दिया जा रहा है। धरना प्रदर्शन के पांचवें दिन बुधवार को किसानों ने शहर के परेड चौराहा पर कृषि कानून की प्रतियां जलाकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
कानून की प्रतियां जलाते हुए किसान नेता देवेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा बनाए तीनों कृषि कानूनों में दो कानून खेती के संबंध में हैं और तीसरा कानून जनता की रोटी से संबंधित है, वस्तु अधिनियम कानून में सरकार ने जनता के जीवन जीने के लिए आवश्यक खाद्य पदार्थ गेहूं, दाल, चावल, तिलहन को आवश्यक वस्तु अधिनियम से बाहर कर दिया है।
इसका परिणाम अडानी और अंबानी जैसे व्यापारी अधिक मात्रा में खाद्य पदार्थों का भंडारण कर देश में अनाज संकट पैदा करेंगे। बाजार में खाद्य पदार्थों की कमी होगी उनकी कीमत आसमान छूने लगेंगी जो आम जनता के लिए खरीदना मुश्किल होगा। देश की जनता को भविष्य में भूख से बचाने के लिए यह आंदोलन किसान और जनता का आंदोलन है।
इस मौके पर अनिल दौनेरिया, डॉ. नदीम खान, सूरजरेखा त्रिपाठी,रामलखन डंडोतिया, जुगलकिशोर बाथम, श्रीकृष्ण वाल्मीकि, अवधेश भदौरिया, नाथूसिंह बघेल, जगदीश यादव, विक्रांत दीक्षित, जनार्दन रेड्डी, किशोरीलाल शाक्य, दिव्या चौहान, रमाशंकर,गोरीशंकर नरवरिया, नेकराम सांकरी, अरुण यादव, संजय पुरोहित, संदीप कुशवाह आदि मौजूद रहे।
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