मंडला से सलिल राय
मंडला १० सितम्बर ;अभी तक; मध्यप्रदेश के मण्डला जिला का अधिकांश परिवहन व यात्रा की लाइफ लाइन राष्ट्रीय राज्यमार्ग 30 मण्डला से जबलपुर की दुर्दशा को लेकर राजनीति तो खूब होती रही और अब भी यदा कदा हो हल्ला भी होता हैं पर आज भी इस लाइफ लाइन को पार लगाने वाला खिवैया कोन यह सबके सामने यक्ष प्रश्न की तरह कब से जन सवाल के रूप में हैं।पर आज गुरुवार को कोरोना की हिस्ट्री यह बन रही हैं वह यह है कि बीते 20 मार्च 20 से यात्री बसों के थमे पहिये आज चलने के लिए मण्डला बस स्टैंड में प्रातः 8 बजे से विकास ट्रेवल्स की एक यात्री बस यात्रियों की प्रतीक्षा में खडी हैं दिन के साढ़े ग्यारह बजे तक सवारियों की बाट जोह रही बस में दर्जन भर यात्री इस बस को नही मिले है ।
आज जानकारी यह भी हैं कि एक यात्री बस मण्डला से निवास के लिए रवाना हुई हैं ।विकास ट्रेवल्स के मैनेजर ने बबलू ने बताया कि 20 मार्च के बाद आज 10 सितम्बर को कम्पनी की बस जबलपुर जाएगी और इसका यात्री किराया 140 रुपये की टिकिट लेनी पड़ेगी।
कोविड 19 के संक्रमण के बचाब को लेकर सुरक्षा उपायों के मद्देनजर यात्री बसों का संचालन पर ब्रेक लगा था ऐसे में मण्डला जिले के बहुसंख्यक यात्री किन मुसीबतों का सामना किया यह समय काल बेहद दुखदाई कहा जायेगा हा जिले के नाम से जनप्रतिनिधियों के खुद के साधन संपन्न होने के कारण उन्हें इस जनजाति और समाज के उन कमजोर परिवारो की कितनी फिक्र रही जब कोई बीमार अपने स्वास्थ्य को लेकर जबलपुर जाना चाहता था या अन्य बड़े बेहतर स्वास्थ्य संस्थानो में जाना चाहता क्योकि मण्डला में चिकित्सा सुविधा की स्थिति परिस्थिति कैसी हैं यह जग जाहिर हैं।मण्डला जिले की व्यथा को सब समझते यह किसी कहि छुपा नही हैं पर मुरझाई राजनीति इस जिले की पीड़ा न पहले समझी गई न अब समझी जा रही हैं आज तक कि स्थिति में केवल बसों के द्वारा ही यात्रा इस जिले के रहवासियों के नसीब में है हा मण्डला में अंगेजो की हुकूमत काल मे एक सदी से अधिक समय काल मे ब्रिटिश हुक्मरानों ने मण्डला में नेरोगेज रेल लाइन चलाई थी अब एक सदी बीतने के बाद ब्रॉडगेज रेल पटरी बिछ गई हैं पर कब यात्रियों को इसके सफर की सुविधा नसीब होगी अब भी इस जिले को इसकी बाट जोहनी पड़ेगी।
मण्डला मुख्यालय से जी यात्री बसों का संचालन होता हैं उसमें जबलपुर डिंडोरी सिवनी बालाघाट भोपाल नागपुर और छत्तीसगढ़ जाने के लिए केवल यात्री बसों पर जिले के आर्थिक रूप से समाज के कमजोर वर्ग को बसों से ही यात्रा मिलती हैं। हा एक और बात मण्डला जिले की सीमा में चलने वाले यात्री वाहनो के पहिये अब भी थमे हुये हैं। बहरहाल आज अच्छा दिन कहा जा सकता जब एक बस जबलपुर जाने को तैयार हैं।
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