महाशिवरात्री पर्व पर ज्योतिर्लिग नगरी ओंकारेश्वर-ममलेश्वर में उमड़ा  आस्था,  का सैलाब

7:17 pm or February 18, 2023

मयंक शर्मा

खंडवा १८ फरवरी ;अभी तक;  जिले के नर्मदातट की  शिव की नगरी ओंकारेश्वर में शनिवार का दिन भोले के नाम है। आज महाशिवरात्रि पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ने से तीर्थनगरी श्रद्धालुओं से खचाखच हो रही है। ओम नमः शिवाय, बोल बम भोले के स्वर चैतरफस् गूंज रहे है।
एसडीएम चन्दरसिंह सोंलकी ने बताया कि ज्योंर्तििग मंदिर के पट 23 घंटों के लिये संबह 4 बजे सेखोल दिये गये है। दापेहर तक 60 हजारे से अधिक श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ के दर्शन कर चुके हैं।  भीड़ होने से प्रशासन को भीड़ नियंत्रण करने के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है। क्षतिग्रस्त होने से झूला पुल से आवाजाही बंद होने से श्रद्धालुओं का पूरा दबाव जेपी चैक पर है,।

मंदिर ट्रस्ट के सहायक कार्यपालन अधिकारी अशोक महाजन और थाना प्रभारी बलजीत शिंग बिसेन ने बताया कि पुलिस और मंदिर के कर्मचारियों के अलावा कोटवार, नगर सुरक्षा समिति सदस्यों की सेवाएं भी ली गईं। नगर सहित जेपी चैक, मंदिर मार्ग पर छह से सात स्थानों पर ड्राप लेट और प्वाइंट लगा कर भीड़ को नियंत्रित किया जा रहा है। भीड़ नियंत्रण के लिए जगह- जगह बैरिकेडिंग की गई है। पुलिस द्वारा वाहनों की व्यवस्थित पार्किंग के साथ ही बड़े वाहनों का प्रवेश रोक दिया था।
जेपी चैक से श्रद्धालुओं को रोक -रोक कर मंदिर भेजा जा रहा है । भीड़ नियंत्रण के लिए वाहनों को ओंकारेश्वर से पहले रोके दिया है। महापर्व पर भीड़ को देखते हुए सुबह छह बजे बाद भगवान के मूलस्वरूप पर सीधे जल, पुष्प और बेलपत्र चढ़ाना प्रतिबंधित कर दिया है। इसके लिए गर्भगृह के बाहर ही एक पात्र में पूजन सामग्री एकत्र की जा रही है।

एसडीएम सोंलंकी ने बताया कि जेपी चैक से ं मदिर पहुंच के लिये नर्मदा का बिना पायदान का पदमामी पुल ही एक मात्र उपाय है। नौका का संचालन प्रतिबंध कर दिय है। श्रद्धालुओं को आवाजही के लिये दो दो कतार में भेंजा जा रहा है।ं प्रशासन द्वारा पुराने पुल से श्रद्धालुओं को निर्धारित संख्या में छोड़ा जा रहा है। ऐसे में दर्शन के लिए लोगों को अधिक समय लग रहा है।

एसडीएम ने कहा कि शाम तक श्र0ालुओं की संख्या 2 लाख के पार हो जाने की संभावना हे।
रात तीन बजे पट खुलते ही अव्व्ल  भगवान ओंकारेश्वर के दर्शन साधु, संत और महंत ने हर-हर महादेव और ओम नमरू शिवाय के जयकारों के साथ  किए। दिन चढ़ने के साथ ही भीड़ बढ़ने से मंदिर परिसर से लेकर जेपी चैक तक कतार लगी हुई है। महापर्व के लिए मंदिर को फूलों से सजाया गया है।  संस्कृति विभाग द्वारा नागर घाट क्षेत्र में दो दिवसीय शिव आराधना अंतर्गत सांस्कृतिक कार्यक्रम और भजन संध्या का आयोजन किया गया।

श्रद्धालुओं की भीड़ नियंत्रण के लिए मंदिर ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं को सुखदेव मुनि द्वार से गर्भगृह में भेजा गया। वहीं साधारण द्वार से आने वाले श्रद्धालुओं को मुख्य चांदी द्वार से अंदर प्रवेश दिया गया। प्रशासन ने शम4 बजेतक ं लगगग एक लाख श्रद्धालुओं को दर्शन करवाने का लक्ष्य  है।
मंदिर के प्रमुख पुजारी पंडित आशीष दीक्षित ने बताया कि मंदिर परिसर व गर्भगृह में फूलों से विशेष श्रृंगार किया गया है। श्रद्धालुओं में महापर्व को लेकर उत्साह है।
उन्होने कहा कि श्रद्धालुजन  नर्मदा में डुबकी लगाकर फिर ज्योतिर्लिग दर्शन के लिये कतारबद्ध हो रहे हे। यह कसलसिला अटूट यप से शनिवार रविवार रात 3 बजे तक याने मंदिर पट बंद होने तक जारी रहेगा। 4 बजे पुनः पट खोज दिये जायेगें।
दो स्वरूप वाले ओंकारेश्वर ज्योंतिर्लिग मे ओंकारेश्वर और ममलेश्वर मंदिर है। दोनोंमंदिर नर्मदा तक कमशः उत्त व दद्विाण तट है।अधिक जमावडा दद्विाण तट के आंकारेश्वर मंदिर पर हे। अलावा तीर्थ नगरी के अन्य आश्रम मठ और सामाजिक संस्थाओं द्वारा  जगह-जगह धार्मिक आयोजन व फरियाली प्रसादी का वितरण किया गया जा रहा है।

दीक्षित ने बतायाकि महाशिवरात्रि पर मंदिर ट्रस्ट की ओर से दोपहर साढ़े बारह बजे भोग आरती में भगवान को 151 किलो पेड़े का महाभोग लगाया गया। । इस वजह से करीब 15 मिनट मंदिर के पट दर्शनों के लिए बंद रहें।
महाशिवरात्रि पर्व को लेकर पर भगवान ओंकारेश्वर का मंदिर और नर्मदा घाटों पर आकर्षक विद्युत सज्जा की गई है।