दीपक शर्मा
पन्ना 19 मार्च अभीतक /पन्ना जिले मे नियम कानून नाम की कोई चीज नही है। पीडितो को न्याय नही मिल रहा है। आम आदमी कार्यालयों के चक्कर लगाकर परेशान है। इसी प्रकार का मामला विस्थापित ग्राम पुखरा तहसील पन्ना का प्रकाश मे आया है। विवरण के अनुसार पन्ना राष्ट्रीय उद्यान अन्तर्गत पीपर टोला तथा सूरजपुरा ग्राम जो रेन्ंज मडला केन नदी के किनारे बसे थें, टाईगर रिजर्व होने के चलतें शासन की योजना के अन्तर्गत उन्हे अन्य स्थानो पर मुआवजा देकर समस्त सुविधाओं तथा राजस्व पट्टा देने का प्रावधान था। जिसमे 165 परिवारो का विस्थापन भारत सरकार पर्यावरण मंत्रलाय के पैकेज अनुसार किया गया। जिसमें एक लाख एवं दो हैक्टेयर प्रति परिवार भूमि पुनरवास स्थल पुखरा में 2007 मे कराया गया तथा अचल संपत्ति का मुआवजा भुगतान हेतु 03 मार्च 2007 को पारित किया गया।
उसके पश्चात् भारत सरकार की स्वीकृति क्रमांक एफएन 896/2001/दिनांक 21.05.2002 के अनुक्रम में भारत सरकार पर्यावरण वन एवं जलवायु परिर्वतन मंत्रालय नई दिल्ली ज्ञाप एफ नम्बर 8-34/2017 दिनांक 20/05/2019 से वन भूमि को राजस्व भूमि मे परिवर्तित करने के निर्देश के पालन में पन्ना टाईगर रिजर्व से विस्थापित उक्त रहवासीयों की वन भूमि का नवीनीकरण किया जा चुका है। किंतु आज दिनांक तक वन भूमि को राजस्व भूमि में परिवर्तित कर पट्टा प्रदाय नही किये गयें है। जिससे उक्त रहवासीयों को किसी भी प्रकार की शासन की योजना जैसे किसान सम्मान निधी, किसान क्रेडिट कार्ड तथा अन्य प्रकार की योजनाओं का लाभ नही मिल रहा है। उक्त मामले को लेकर पन्ना विधानसभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी शिवजीत सिंह भईया राजा के नेत्रत्व में सैकडो गरीब आदिवासीयों ने पन्ना कलेक्टर के नाम ज्ञापन देकर तत्काल राजस्व भूमि के पट्टे दिलाने की मांग की है। श्री सिंह ने कहा कि यदि जिला प्रशासन द्वारा गरीबो की समस्याओं का जल्द निराकरण नही किया गया तो इस मुद्दे को लेकर गरीबो के हित मे कांग्रेस पार्टी बडा आन्दोलन करेगी। ज्ञापन देने वालो में कांग्रेस नेता सौरभ गौतम, सरदार सिंह यादव, रतन सिंह सहित सैकडो की संख्या में ग्रामवासी शामिल रहें।
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