शनिवार को महाशिवरात्री पर्व, 24 घंटे खुले रहेंगे ज्योंतिर्लिग ओंकारेश्वर-ममलेश्वर  मंदिर के पट

6:29 pm or February 17, 2023
मयंक शर्मा

ख्ंांडवा १७ फरवरी ;अभी तक;  नर्मदा तट की जिले की तीर्थनगरी ओंकारेश्वर में महाशिवरात्रि पर आयोजित  पांच दिवसीय मेला के मुख्य दिवस आज करीब 2 लाख से अधिक ज्ञद्धालुओ की भीड उमडेगी।। 16 फरवरी से शुरू मेला का समापन 20 फरवरी अमावस्या पर होगा।  दो स्वरूप वाले ओंकारेश्वर ज्योंतिर्लिग के महाशिवरात्रि पर ज्योंतिर्लिग ओंकारेश्वर-ममलेश्वर  मंदिर के पट दर्शनार्थियों के लिए 24 घंटे खुले रहेंगे। मंदिर ट्रस्ट के सहायक कार्यपालन अधिकारी अशोक महाजन, ने बताया कि शिवरात्रि पर ज्योतिर्लिंग मंदिर प्रातः चार बजे खोल दिया जाएगा।हर साल की तरह तड़के 4 बजे दर्शनार्थियों के लिए पट खोल दिए जाएंगे। साल में एक दिन महाशिवरात्रि पर्व पर मंदिर 24 घंटे खुला रहता है। दोपहर में भोग आरती के लिए कुछ समय पट बंद किए जाते हैं। महापर्व के दिन शनिवार को मंदिर परिसर को फूलमालाओं से सजाया जाएगा। शिखर पर विद्युत रोशनी भी की जाएगी। दिनभर शिवभक्त दर्शन करेंगे। रात्रि में तीन बजे  पट बंद होंगे। इसके बाद सुबह चार बजे से फिर खुल जाएंगे।

पव्र के मद्देनजर ं सुरक्षा बंदोबस्त के लिए पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे। किसी तरह की अप्रिय घटना न हो इसके लिए ड्रोन व सीसीटीवी कैमरों से पुलिस अधिकारी तीर्थनगरी पर नजर रखेंगे।300 से अधिक जवान îूटी ओंकारेश्वर में रहेगी। जो सुरक्षा प्लान के तहत अलग-अलग प्वाइंट पर तैनात रहेंगे।आरआई पुरुषोत्तम विश्नोई ने बताया कि शिवरात्रि के त्यौहार को देखते हुए सुरक्षा बंदोबस्त कड़े किए जा रहे हैं। सुरक्षा में किसी तरह की चूक न हो इसलिए अन्य शहरों से जिले में तीन कंपनियां बुलाई गई है।
ओंकारेश्वर में  ज्योतिर्लिंग होने की वजह से भक्तों का सैलाब उमड़ने की उम्मीद है। ऐसे में वहां भी विशेष इंतजाम रहेंगे। जिसमें ट्रैफिक से लेकर तो सुरक्षा बंदोबस्त के लिए टीम तैनात रहेगी।
-महाशिवरात्रि पर्व चार बजे  ढोल-ढमाकों के साथ शोभायात्रा निकाली जाएगी। सैकड़ों संत व श्रद्धालु भाग लेंगे। अन्नपूर्णा आश्रम के स्वामी सच्चिदानंद गिरी महाराज ने बताया कि इस वर्ष भी इंदौर के भक्तों के द्वारा फलाहारी भंडारे का आयोजन किया जाएगा। मार्कंडेश्वर महादेव पर वैदिक ब्राह्मणों द्वारा पूजन- पाठ के साथ रुद्राभिषेक किया जाएगा। ओंकारेश्वर मंदिर व घाटों पर आकर्षक विद्युत सज्जा की जाएगी। श्रीजी मंदिर में फूलों से शृंगार किया जाएगा। मेले के लिए नगर परिषद द्वारा मूलभूत सुविधाएं और साफ-सफाई की जा रही है।तहसीलदार उदय मंडलोई ने बताया कि जिला प्रशासन के निर्देशानुसार व्यवस्थाएं की जा रही है।

पर्व की तैयारियो के बीच ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग में नर्मदा नदी पर बने झूला पुल का एक तार मंगलवार को एकाएक टूट गया है। जिला प्रशासन ने फिलहाल झूला पुल से आवागमन 22 फरवरी तक रोक दिया है। ऐसे  में एकमात्र पैदल पुल से ही मंदिर तक आवाजाही हो सकेगी। इसकारणे मंदिर में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
ओंकारेश्वर से रंजित वर्मा ने बताया कि झूला पुल की तीन तानें टूटने सें बुधवार को पुल पर तीर्थयात्रियों एवं पर्यटकों का पुल से आना जाना बंद कर दिया गया है। सुबह तेज आवाज के साथ तार टूटने से चारों ओर खलबली  मच गई थी। उन्होने कहाकि   अगर महाशिवरात्रि पर्व पर इस प्रकार का घटनाक्रम होता तो बड़ी जनहानि होकर गुजरात के मोरबी पुल हादसे वाली घटना हो सकती थी। यह पुल ओंकारेश्वर बांध बनाने वाली एजेंसी एनएचडीसी द्वारा 2004 में तैयार किया गया था,। और उन्हीं के द्वारा इसका मेंटेनेंस भी किया जाता है। सूचना मिलने पर एनएचडीसी कंपनी के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और पुल का मेंटेनेंस करने वाली कंपनी के इंदौर कार्यालय को सूचना भेज दी है।  फिलहाल स्थानीय पुलिस ने इस पर आवागमन बंद कर दिया है।
भोले की नगरी में महाशिवरात्रि पर्व को लेकर ज्योतिर्लिंग मंदिर ट्रस्ट द्वारा तैयारी कर ली गई है। श्री  महाजन ने बताया महाशिवरात्रि पर्व पर भीड़ को देखते हुए नंदी हाल में जल पात्र लगाया जाएगा। श्रद्धालु पात्र में जल डाल सकेंगे जो ज्योतिर्लिंग तक पहुंचेगा। फूल प्रसादी भी बाहर ही रखना होगा। श्रद्धालु लाइन में जाकर ज्योतिर्लिंग दर्शन कर सकेंगे। महाशिवरात्रि के अगले दिन रविवार अवकाश तथा सोमवार को सोमवती अमावस्या होने से तीन दिन तक अत्यधिक भीड़ रहने की संभावना है। नगर परिषद व पुलिस प्रशासन भी व्यवस्थाएं चाक-चैबंद करने में जुट गया है।  जगह-जगह सामाजिक संस्थाओं द्वारा फलाहारी भंडारे आयोजित किए जाएंगे।

एसडीएम सीके सोंलकी ने कहाकि   झूला बंद रहने के बाद महाशिवरात्रि पर्व पर तीर्थायात्रियों को मंदिर तक पहुंचाने की कार्ययोजना प्रशासन ने तैयार की है। श्रद्धालुओं के लिए पुराना पुल ही एकमात्र रास्ता है। पुल के मुहाने पर जेपी चैक पर बेरिकेडिंग कर भीड़ नियंत्रित की जाएगी। सीमित संख्या में श्रद्धालुओं को पुल से मंदिर के लिए रवाना किया जाएगा। मंदिर के अंदर की व्यवस्थाएं पूर्ववत ही रहेगी। वीआईपी दर्शन तथा नर्मदा में नौका संचालन पर प्रतिबंध लगाया गया है।

0मिनी ज्योंतिर्लिग
इंदौर इच्छापुर हाइवे पर यहां से 20 किमी दूर ग्राम रुस्तमपुर  का गुप्तेश्वर महादेव मंदिर जिले में मिनी ज्योंतिल्रिग के रूप में प्रख्यात हे।यहा गुरुवार से पांच दिवसीय मेले की शुरु हो गया  है। गुरुवार को आयोजन समिति ने पुलिस प्रशासन से मांगें रखते हुए कहा कि मेले में लगभग तीन सौ दुकानें लगी है, और प्रतिवर्ष महाशिवरात्रि के दिन एक लाख श्रद्धालु यहां गुप्तेश्वर महादेव के दर्शन करने पहुंचते है। मुख्य रूप से महाशिवरात्रि के दिन आने वाली भीड़ को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य सुविधा, चलित शौचालय, पानी की पर्याप्त व्यवस्था, फायर फाइटर की मांग की गई।
पर्व दिवस ं बड़ी संख्या में महिलाएं भी पहुंचती है ।पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया जाये। महाशिवरात्रि के दिन मेले को रात ग्यारह बजे तक चलने दिया जाए ताकि गांव सहित आसपास के लोग भी मेले का लुत्फ ले सकें। पार्किंग की व्यवस्था हो जिससे हाइवे का यातायात सुचारू बना रहे ।बोंरगाव चैकी प्रभारी गवले ने कहा कि पुलिस संबंधित सारी व्यवस्थाएं हो जाएगी अन्य व्यवस्थाओं के लिए संबंधित विभागों से चर्चा कर समाधान करने का प्रयास करेंगे।