भिण्ड से डॉ.रवि शर्मा-
भिंड १७ अक्टूबर ;अभी तक; जिले के रौन तहसील के ग्राम मेंहदा निवासी उत्तराखण्ड के पिथौरागढ में पदस्थ आईटीबीपी जवान सुल्तान जाटव का हृदयगति रुक जाने से निधन हो गया। शुक्रवार को तीसरे दिन जब शहीद का शव तिरंगे में लिपटा हुआ गांव पहुंचा तो सभी की आंखे नम थीं। 6 साल का बेटा नभी पिता की पार्थिव देह को अग्नि देते वक्त फूट-फूटकर रोने लगा। चाचा हतलदार ने समझाया बेटा हम सब हैं, किसी बात की चिंता नहीं करना। उत्तराखंड और करेरा से आए जवानों ने गार्ड ऑफ ऑर्नर देकर शहीद को अंतिम विदाई दी।
बुधवार को ड्यूटी पर तैनात सुल्तान ने रात 11 बजे अपनी और बच्चों से बात की थी। बच्चों से फोन पर कहा था कि एक महीने बाद हवलदार के लिए प्रमोशन हो रहा है। उसके लिए 6 महीने के कोर्स पर जा रहा हूं, इसलिए 15 दिन बाद छुट्टी लेकर आप सभी से मिलने आऊंगा। लेकिन पत्नी रजनी को कहां पता था कि वह इस हालत में इतनी जल्दी मिलने आ जाएंगे। शहीद की तीन बेटियो में बड़ी 18 साल की काजल, 11 साल की अंजली, 8 साल की कामनी और 6 साल का बेटा नभी है। शहीद का पार्थिव शरीर सुबह 12 बजे गांव पहुंचा था। जानकारी मिलते ही पूर्व विधायक मेहगांव कांग्रेस प्रत्याशी हेमंत कटारे के भाई यौगेश कटारे शहीद को कंधा देकर अंतिम यात्रा श्मशान घाट तक साथ चले। शहीद सुल्तान जाटव(34) वर्ष 2006 में यूपी के बरैली से आईटीवीपी पुलिस में भर्ती हुए थे। इसी महीने के बाद हवलदार के पद पर प्रमोशन होना था।
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