शिक्षक संस्कृति के संवाहक और संरक्षक हैं ,इनका  भविष्य सुरक्षित होना चाहिए -कमलनाथ

6:30 pm or February 20, 2023
महावीर अग्रवाल
मंदसौर २० फरवरी ;अभी तक; मध्य प्रदेश शिक्षक कांग्रेस का प्रांतीय महाधिवेशन छिंदवाड़ा के एसडी लान में संपन्न हुआ।
                               मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस अध्यक्ष श्री कमलनाथ थे वहीं अध्यक्षता शिक्षक कांग्रेस के संस्थापक संरक्षक पूर्व सांसद रामेश्वर नीखरा ने की, विशिष्ट अतिथि के रूप में संगठन प्रभारी द्वय रामनरेश त्रिपाठी (कटनी) एवं एनडी वैष्णव (मंदसौर) उपस्थित रहे ।
                            संगठन के प्रांत अध्यक्ष सुभाष सक्सेना कार्यकारी प्रांत अध्यक्ष अशोक प्रताप सिंह ,प्रेम नारायण तिवारी, नवनीत चतुर्वेदी ,महामंत्री किशन रजक, सुनील मिश्रा, उपाध्यक्ष राजमल सराह सुरेश शर्मा बाबूलाल वर्मा राजेश पांडे जिलाध्यक्ष मंदसौर के साथ ही प्रदेश में सबसे कम समय में सबसे अधिक संख्या लेकर नरसिंहपुर की नवनियुक्त जिलाध्यक्ष नीलू उपाध्याय ने भाग लिया इसके लिए उन्हें सम्मानित भी किया गया, प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य ,मार्गदर्शक मंडल के सदस्य ,प्रांतीय पदाधिकारी गण, संभागीय ,जिला, ब्लाक, तहसील कार्यकारिणी के पदाधिकारी ने भाग लिया।
                            अपने उद्बोधन में  कमलनाथ जी ने शिक्षकों को संस्कृति के संवाहक और संरक्षक के रूप में प्रस्तुत किया- कि देश की पीढ़ी के निर्माण में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका शिक्षक निर्वाह कर रहे हैं और अगर शिक्षक ही आक्रोशित आंदोलित होगा तो इसके पीछे जरूर कोई महत्वपूर्ण कारण है उसे अपने भविष्य की चिंता है अपने परिवार की भी चिंता है उसे अपने देश चिंता है इस कारण से शिक्षक आक्रोशित आंदोलित है ।
मैंने शिक्षक कांग्रेस के 1 मई 2022 के अधिवेशन में पहली बार घोषणा की थी कि कांग्रेस की सरकार बनते प्रदेश में पहली ही कैबिनेट बैठक में पुरानी पेंशन लागू करने का प्रस्ताव पारित किया जाएगा इसे हम शिक्षक कांग्रेस की सभी प्रमुख मांगों को हम वचन पत्र में शामिल कर रहे हैं।
 उसके साथ ही पदनाम ,अतिथि शिक्षकों को संविदा शिक्षकों को संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण सहित शिक्षक कांग्रेस द्वारा दिए गए 21 सूत्री ज्ञापन में जो मांगे शिक्षकों के हित में है उन्हें पूरा किया जाएगा पूरे प्रदेश के कोने-कोने से आए शिक्षकों ने हर्ष ध्वनि से  इसका स्वागत किया।
 पूरे प्रदेश के सभी जिलो से आए शिक्षकों का उन्होंने अभिनंदन किया। शिक्षक कांग्रेस के संस्थापक ,संरक्षक पूर्व सांसद रामेश्वर जी नीखरा ने शिक्षकों से आव्हान किया कि वे देश तोड़ने वाली ताकतों के दबाव में नहीं आए और कमलनाथ जी के हाथ मजबूत करें उन्होंने अपने पुराने संस्मरण में बताया कि जब इंदिरा जी जिंदा थी तब एक नारा लगाया जाता था इंदिरा जी के दो दो हाथ संजय गांधी कमलनाथ ,दुर्भाग्य से संजय गांधी की मौत के बाद राजीव जी आए राजनीति में तब भी यही नारे लगते थे इंदिरा जी के दो दो हाथ राजीव गांधी कमलनाथ और राजीव जी के निधन के बाद जब राहुल जी राजनीति में तक लंबी पारी खेल रहे हैं तब भी एक ही नारा लग रहा है सोनिया जी के दो-दो हाथ राहुल गांधी कमलनाथ ।
कमलनाथ जी राष्ट्रीय नही अंतरराष्ट्रीय नेता हैं और प्रदेश का सौभाग्य है कि उन्हें कमलनाथ जी जैसा विश्वासपात्र विकासशील विकास पुरुष मिला।  वही श्याम कावेरी जो कार्यक्रम के संयोजक भी है छिंदवाड़ा अध्यक्ष में अपना 21 सूत्री मांग पत्र प्रस्तुत किया शिक्षक शिक्षा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रामनरेश त्रिपाठी ने अपने ओजस्वी वाणी में शिक्षकों पर हो रहे अत्याचारों का जिक्र किया और उनसे निजात पाने के लिए कमलनाथ जी के हाथ मजबूत करने का आह्वान किया।
 इंदौर उज्जैन संगठन प्रभारी एनडी वैष्णव ने सवाल उठाया कि आज जो सबसे प्रमुख मांग पुरानी पेंशन की है जब यह पेंशन बंद हो रही थी और अटल बिहारी सरकार इस पर बिल संसद में लाई तब रामेश्वर जी नीखरा जैसे सांसद जो कर्मचारियों के  हितेषी शिक्षाविद है अगर ऐसा कोई सांसद होते तो यह तय था कि संसद में वे इस बिल को पास नहीं होने देते तो आज हमें पुरानी पेंशन की मांग नहीं करना पड़ती। और आज शिक्षक आंदोलित आक्रोशित नहीं होते ,आज सेवानिवृत्त होने वाला शिक्षक शिक्षाकर्मी के रूप में भर्ती हुवे उन्हें एक सो ₹2000 मेरा पेंशन ले रहा है यह शर्मनाक स्थिति है।
 कार्यक्रम का संचालन श्याम कावेरी नवनीत चतुर्वेदी ने किया शिक्षक कांग्रेस के जिला संभाग प्रदेश के पदाधिकारियों ने भी अपनी मांगों पर प्रकाश डाला।