प्रदीप सेठिया
बड़वाह २४ फरवरी ;अभी तक; म प्र मे खरगोन जिले की बड़वाह विधानसभा क्षेत्र से सन 2018 में सचिन बिरला कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुने गए इसके बाद उन्होंने खंडवा लोकसभा उपचुनाव के चलते अक्टूबर 21 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में अपनी ही वि सक्षेत्र के बेड़िया में भाजपा का दामन थाम लिया जब से अब तक आप भाजपा का सक्रिय रूप से काम करते हुए वर्तमान में विकास यात्रा निकाल रहे हैं। आपने अभी तक कांग्रेस विधायक पद से इस्तीफा नहीं दिया तथा विधानसभा में दल बदल कानून से बचने के लिए विगत 17 माह से विधानसभा में चर्चा से गैरहाजिर रहे। यह देश में पहला उदाहरण है।
सूत्रों के अनुसार भाजपा भी उपचुनाव से बचना चाहती है क्योंकि उपचुनाव में समय व ऊर्जा दोनों खर्च होंगे तथा परिणाम क्या होगा कहा नहीं जा सकता। वहीं सचिन बिरला को मिलने वाली विधायक निधि एवं अन्य सुविधा का उपयोग भी भाजपा अपने हित में अपने हिसाब से कर रही है। बिरला को विधायकी बचाने के लिए आगामी 3 माह यानी मई तक ऐसी मशक्कत करना है क्योंकि विधानसभा के आम चुनाव के लिए 6 मा ह या उससे कम समय रह जाने पर उपचुनाव नहीं कराए जाने का नियम है इस संबंध में सचिन बिरला कहते हैं विधानसभा की सदस्यता के संबंध में फैसला लेने का अधिकार विधानसभा अध्यक्ष का है उप चुनाव होगा या नहीं चुनाव आयोग को तय करना है।
कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह के अनुसार हमने विधानसभा अध्यक्ष को सचिन बिरला की सदस्यता समाप्त करने का प्रस्ताव दिया लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने प्रस्ताव खारिज कर दिया हमने हाईकोर्ट में याचिका लगाई है म प्र विधानसभा के प्रमुख सचिव ए पी सिंह के अनुसार रे कार्ड में सचिन बिरला अभी कांग्रेस के ही विधायक है भाजपा की सदस्यता लिया नहीं अभी साबित नहीं हुआ है