प्रदेश

जबलपुर मेडिकल अस्पताल से नहीं मिला शव वाहन, थैले में नवजात का शव रख परिजन पहुँचे डिंडोरी

दीपक ताम्रकार

डिंडोरी १६ जून ;अभी तक;  मप्र में दिल झकझोर देने वाली घटना सामने आई है, गुरुवार को देर रात डिंडोरी के बस स्टैंड में एक पिता अपने नवजात बच्चे के शव को थैले में रखकर गाँव जाने के लिए साधन का इंतजार करते देखा गया।
 डिंडोरी बस स्टैंड में यह सुनकर सब हैरत में पड़ गए कि एक युवक थैले में बच्चे का शव लेकर घूम रहा है। जब परिजनों से बात की गई तो मानवता को शर्मसार करने वाली इस पूरी घटना का खुलासा हुआ।
मृत नवजात के पिता सुनील धुर्वे व अन्य महिला रिश्तेदार से प्राप्त जानकारी के अनुसार 13 जून को सहजपुरी निवासी सुनील धुर्वे की पत्नी जमनी बाई ने जिला चिकित्सालय में नवजात को जन्म दिया। बच्चा कमजोर था और उसका उपचार जिला चिकित्सालय डिंडोरी में संभव न होने के चलते बच्चे को मेडिकल कॉलेज जबलपुर रिफर कर दिया गया, जहां नवजात की मौत हो गई। नवजात की मौत के बाद उन्हें बच्चे का शव वापस डिंडोरी तक लाने के लिए अस्पताल प्रशासन ने कोई साधन उपलब्ध नहीं करवाया।
चूंकि धुर्वे दंपत्ति आर्थिक रूप से कमजोर था और निजी वाहन की व्यवस्था करने में सक्षम नही था। तब बेबसी के चलते परिजनों ने नवजात बच्चे के शव को थैले में छिपा कर रख लिया ताकि बस संचालक और सहयात्रियों को इसकी जानकारी न लगे और वे बस से डिंडोरी पहुंच सके।
थैले में बच्चे का शव लेकर परिजनों के डिंडोरी पहुंचने की खबर लगते ही बस स्टैंड पर काफी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए। नव दंपति की बेबसी और मानवता को झकझोर देने वाली इस घटना से लोग प्रदेश की सरकारी व्यवस्था को कोसते रहे।

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