महावीर अग्रवाल
मन्दसौर ४ फरवरी ;अभी तक; मध्यप्रदेश में 23 दिन से सिविल अस्पताल के मेडिकल लैब टेक्नीशियन, असिस्टेंट और अटेंडेंट अपनी 13 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। सरकार के अड़ियल रवैये के कारण शासकीय अस्पतालों में मरीज परेशान है। मरीजों की जांच नहीं हो पा रही है मजबूरन उन्हें प्रायवेट हॉस्पिटलों के चक्कर काटने पड़ रहे है। अस्पताल में आउटसोर्स कर्मचारियों पर वर्कलोड बढ़ गया है। मरीजों की परेशानी की सारे जिम्मेदारी सरकार की है।
उक्त बात हड़ताली कर्मचारियों ने गांधी चौराहा पर चल रहे धरने पर कहा। धरने को विभिन्न कर्मचारी संगठनों का भी समर्थन मिल रहा है।
एसोसिऐशन के जिलाध्यक्ष महेश चौहान ने बताया कि हमारी मांग जब तक सरकार नहीं मानेगी, हड़ताल जारी रहेगी। 13 सूत्रीय मांगों में पदनाम परिवर्तन, गेड पे. प्रमोशन चैनल, संविदा लैब टेक्निशियन का नियमितीकरण, रिस्क अलाउंस, नॉट प्रैक्टिस अलाउंस, नई भर्ती में परीक्षा अवधि के दौरान 70 प्रतिशत, 80 प्रतिशत व 90 प्रतिशत वेतन को लेकर सहित अन्य मांगे सम्मिलित है। शासन जल्द से जल्द मांगों को पूरा करे। मांगों के समर्थन में किये धरना प्रदर्शन में बड़ी संख्या में मेडिकल लैब टेक्निशियन, लैब असिस्टेंट एवं लैब अटेंडेट उपस्थित रहे।