महावीर अग्रवाल
मन्दसौर १६ जनवरी ;अभी तक; भगवान राम- भगवान महावीर के जिस देश में दुनिया को अहिंसा का संदेश गया उसी देश से आज टनों गौ मांस का निर्यात हो रहा है, यह देश का सबसे बड़ा दुर्भाग्य नहीं तो क्या है। आपने कहा खजाने की आय बढ़ाने सरकार गौ मांस निर्यात कर रही है यदि सरकार गौमांस निर्यात करना बंद कर दे तो जैन समाज गौ मांस निर्यात से जितनी धनराशी प्राप्त हो रही है उतनी राशी जैन समाज वहन करेगा। परमात्मा और धर्म से भी बढ़कर यदि कोई है तो वह गौमाता है।
दिवाली पर पर्यावरण प्रदूषित करने वाले पटाखों, शादी-विवाह मंे अनाप शनाप खर्चा मृत्यु भोज, भण्डारों में लाखों-करोड़ों का जो खर्चा होेता है उसका आधा पैसा भी गौशलााओं के नाम निकाल दिया जाये तो वह बहुत बड़ा उपकार-पुण्य का काम होगा। मिथ्या आडम्बरों में नहीं गौ सेवा उपकार में धन का सदुपयोग होना चाहिये।
स्वास्थ्य-पर्यावरण और धर्म को यदि बचाना है तो गौमाता-सबसे बड़ा धन पशु धन को बचाना होगा। यदि गौ माता नहीं बचेगी तो वह दिन दूर नहीं जब प्रलय की स्थिति निर्मित हो जायेगी।जन्म देने वाली मॉ से बढ़कर लाखों गुना जन्नत गौ माता के चरणों में है। गौ माता ऑक्सीजन प्रदान करती है। जिससे राहू-केतु दोष और अपशकुन मिट जाते है। सरकारे जो प्रतिवर्ष लाखांे-करोड़ों की रजिस्ट्रीयां करवाती है उसका कुछ अंशदान गौशालाओं की सहायतार्थ निकाला जाना चाहिये।