सिद्धार्थ पांडेय
जबलपुर २२ जनवरी ;अभी तक; गोरखपुर थानान्तर्गत एक अपार्टमेंट चल रही हाई प्रोफाइल पार्टी में पकडाये गये रईसजादों ने पुलिस को गुमराह किया था। पकडे गये एक युवक ने अपने स्थान पर दूसरे का नाम व पता लिखवाया था। इसके अलावा पार्टी में षामिल अन्य व्यक्तियों की षिनाख्त पुलिस द्वारा की गयी है। लगभग एक माह का समय गुजरने के बावबूद भी पुलिस ने अभी तक उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की है।
गौरतलब हेै कि 26-27 दिसम्बर की दरम्यानी रात्रि 3 बजे गोरखपुर स्थित एक अपार्टमेंट में ष्षहर के उद्योगपति,डॉक्टर, अधिवक्ता तथा सेवानिवृत्त एएसपी राजेष तिवारी के बेटा षराब पार्टी कर रहे थे। पार्टी में तेज आवाज में म्यूजिक बजाया जा रहा था। जिसकी षिकायत क्षेत्रीय नागरिकों द्वारा पुलिस से की गयी थी। पुलिस ने दबिष देकर 13 व्यक्तियों को गिरफतार किया गया है। गिरफतार किये गये व्यक्तियों में सेवानिवृत्त अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेष तिवारी सहित 13 लोगों को गिरफतार किया था।
घटना के वायरल वीडियों में षराब ठेकेदार अक्षय उर्फ बिटटू सहगल को बेटा अक्षित सहगल दिखाई दे रहा था। उसकी उपस्थित में पुलिस ने अपार्टमेंट की तलाषी ली थी। अक्षित के भागने का प्रयास करते हुए पुलिस द्वारा उसके पकडने जाने को वीडियों भी वायरल हुआ था। पकडे जाने के बावजूद भी षराब ठेकेदार के बेटा पर कार्यवाही नहीं करना पुलिस विभाग सहित अन्य लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ था। आरोपी बनाये गये एक युवक ने पुलिस अधीक्षक से षिकायत कर बताया था कि वह पार्टी में नहीं था। उसना नाम किसी ने झूठा लिखवा है। पकडे गये एक आरोपी ने गलत पता लिखवाते हुए एडरेंस प्रुफ के लिए आईडी दी थी।
सीएसपी गोरखपुर प्रतिष्ठा राठौर ने बताया कि अक्षित सहगल घटना स्थल से फरार हो गया था। पार्टी में षामिल एक दर्जन से अधिक युवक-युवती की षिनाख्त हो गयी है। इसके अलावा पुलिस को गलत जानकारी देने वाले आरोपियों की षिनाख्त कर ली गयी है। वायरल वीडियों तथा पार्टी में षामिल जिन व्यक्यिों के नाम सामने आये है,उन्हें नोटिस जारी कर बुलाया गया है। नोटिस जारी करने के बावजूद भी वह उपस्थित नहीं हो रहे है। पुलिस की कार्यवाही जारी है और दोषी व्यक्तियों के खिलाफ विधि अनुसार कार्यवाही की जायेगी।