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मामला नगर पालिका सम्मेलन का हंसी ठहाकों में बैठके होने लगी,गंभीर मसले पर कब देंगे ध्यान – श्रीमती संचेती

महावीर अग्रवाल 

मन्दसौर ३१ मई ;अभी तक;  नगरपालिका के सम्मेलन में सभी प्रस्ताव हंसी ठहाकों और नूराकुश्ती में स्वीकृत, खेर स्वीकृत तो बहुमत के आधार पर होना ही थे और हो गए ,पर कई मसले ऐसे है जिन पर चर्चा होने चाहिए था जो 25 वर्षो से  राज्य और नगर के घोषणा पत्र में शामिल रहे है,अवैध कॉलोनियों में विकास की कोई योजना बैठक में नहीं थी । पार्किंग की समस्या, शुद्ध पेयजल की व्यवस्था, चौराहों के विकास , नए रोड़ का निर्माण,आवारा मवेशी श्वानो से मन्दसौर की एक एक कॉलोनी एक एक गली भरी पड़ी है,ऊपर से जिला अस्पताल में इंजेक्शन उपलब्ध नही नगर पालिका के भी सभी औषधालय अंतिम सांसे ले रहे है ।  एक सुप्रसिद्ध कमलानेहरु बाल मन्दिर छिन्न भिन्न  होकर बन्दर बांट जैसी स्थिति हो गई शिवना नदी में नाले की गन्दगी और जल कुम्भी तो शायद स्थाई समस्या हो गई निचली बस्तियों में पानी निकासी भी भगवान भरोसे है शायद करोड़ो के पम्प हाऊस कारगर होजाए पर इंजीनियरो पर भरोसा नही। गंदगी में तो पिछे से प्रथम है।
                                 एक बयान में पूर्व पार्षद रूपल संचेती ने बताया कि परिषद में मुद्दा उठना चाहिए था 4 करोड़ की लागत से बनी पेयजल टंकी के घटिया निर्माण पर ठेकेदार इंजीनियर पर कार्यवाही होकर पैसे की वसूली ओर डिस्मेंटल का खर्च वसूला जाना चाहिए। अवैध मल्टियों पर क्या कार्यवाही की जा रही है।संजय गांधी उद्यान के बाहर के बाहर कई घुमटिया लग गई । लॉ कॉलेज जिसकी प्रेसिडेंट रमा जी गुर्जर है वहां भी बाहर अतिक्रमण  किया जा रहा है  जबकि वहां ग्रीन बेल्ट बनाया जाना चाहिए। सरकारी बाजार में तत्काल पार्किंग की सुविधा होना चाहिए अन्यथा कभी भी स्कूल के छात्रों या बैंक में अनहोनी घटना घटने की संभावना है। बाद में पछताने के अलावा कुछ नहीं मिलेगा।  यूरिनल पर 55 लाख रु  खर्च किये जाएंगे तो नगर में कितने सुविधाघर है जिनकी मरम्मत की जाएगी, मुश्किल से 25 तीस भी नहीं होंगे जिन पर भारी भरकम राशि सिर्फ रिपेयरिंग पर खर्च की जा रही है। जेटिंग सेक्शन मशीन तो तत्काल मंगवाई जाकर परिषद से बाद में स्वीकृत करवालेते , अब शायद बारिश के पहले आजाए तो काम की वरण कोई औचित्य नही।
भंगार विक्रय की लिस्ट बनाकर सार्वजनिक किया जाना चाहिए करोड़ो का भंगार तो अघोषित रूप से बेंचा जा चुका है इन 40 वर्षों में। हमारे पास भी भंगार की लिस्ट है आवश्यकता पड़ने पर उपलब्ध करवादी जाएगी।

 

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