भिंड से डॉक्टर रवि शर्मा –
भिंड २ मार्च ;अभी तक; 4 साल से जिला चिकित्सालय भिंड में बंद पड़ी फिजियो थेरेपी यूनिट कबाड़ हो रही है ।
जिला अस्पताल प्रबंधन की ओर से फिजियोथैरेपिस्ट के लिए डिमांड नहीं भेजे जाने के चलते पिछले 4 साल से फिजियोथैरेपी यूनिट बंद है शासन द्वारा उपलब्ध कराई गई संबंधित मशीनों एक बंद कमरे में यूनिट के अंदर कबाड़ हो रही है जबकि शहर में फिजियोथैरेपिस्ट संस्कार्स सेवाएं भी लेने के लिए उपलब्ध है ।
बता दें कि जिले में फिजियोथैरेपी के करीब ढाई सौ 300 प्रतिदिन मरीज आगरा ग्वालियर कानपुर झांसी व अन्य महानगरों में मजबूर होकर इलाज कराने जाते हैं यदि जिले में लोगों कोई गृह जिले में उपचार मिलना शुरू हो तो न सिर्फ संबंधित मरीज का किराए पर होने वाला खर्च बचेगा बल्कि समय की बर्बाद नहीं होगा लेकिन स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता के चलते यूनिट संचालित नहीं हो पा रही है ।
उल्लेखनीय शासन द्वारा जिला चिकित्सालय में वर्ष 2018 में स्थापित कर दी गई थी तब से लेकर अभी तक शुरू नहीं हो पाई है हालांकि में की चर्चा में भी लाया गया लेकिन उसे अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका एलोपैथिक इलाज के दौरान आते हैं ऐसे लोगों को कई प्रकार की साइड इफेक्ट का सामना करना पड़ता है एलोपैथिक दवाई खाने से किडनी में होने के आसार भी हो जाते हैं ऐसी आशंकाएं से गिरे हुए मरीजों को भी अधिक संख्या में देखा जा रहा है जब किसी भी एक ऐसी चार है जो बिना किसी दवा के किया जाता है इससे मरीज का युवा तथा मशीनों के माध्यम से की जाने वाली थेरेपी से उनका रोग दूर किया जा सकता है
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