मयंक शर्मा
खंडवा १७ अक्टूबर ;अभी तक; सूदखोरी से त्रहीमाम कर रहे एक मजदूर ने अपनी इहलीला समाप्त कर पीछा छुडाया है। उसने सल्फास की गोलियां खाकर आत्महत्या कर ली है। जिला अस्पताल पुलिस को मृत्यु पूर्व बयान दिए जिसमें उसने बताया कि सूदखोर द्वारा ब्याज सहित रूपए लौटाने का दबाव बनाया जा रहा है, इसी से तंग आकर सुसाइड का कदम उठाया है। मामले के जाँच अध्किारी व पुलिस सब इंस्पेक्टर सुषा परते ने बताया कि सोंमवार को पुलिस ने ग्राम टेमी निवासी बसंत पिता शोभाराम महाजन के खिलाफ सूदखोरी एक्ट व आत्महत्या के लिए उकसाने संबंधी धारा में मामला दर्ज कर लिया है।
घटना कोतवाली थाना अंतर्गत घंटाघर क्षेत्र की है। मृतक कमल पटेल यहां एक कपड़ा दुकान पर मजदूरी करता था। वह पदमनगर थाना क्षेत्र के संजय नगर स्थित दादाजी वार्ड का निवासी था। 6 महीने पहले कमल ने छैगांवमाखन थाना क्षेत्र के गांव टेमी निवासी बसंत पिता शोभाराम महाजन से कर्ज लिया था। इसकी राशि 30 हजार रूपए थी और बदले में उसे 40 हजार रूपए लौटाना था। लेकिन वह समय रहते लौटा नहीं पाया और बसंत महाजन ने फोन कर लगातार पैसे लौटाने के लिए दबाव बनाया।
कोतवाली में पदस्थ पुलिस सब इंस्पेक्टर सुषा परते ने बताया कि 29 सितंबर की दोपहर को कमल ने दुकान पर सल्फास की गोली खा ली। परिचित उसे जिला अस्पताल ले गए और भर्ती कराया। इसी दौरान मोबाइल वीडियो में पुलिस ने उससे पूछताछ की। कमल ने पुलिस बयान में कहा कि उस पर कर्ज है। वह पैसे नहीं चुका पा रहा है,। बंसत से पैसे लिए वह धमकाता है। इसलिए मैंने सल्फास खा लिया। थोड़ी देर बाद कमल की मौत हो गई।