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पांच साल बाद पति को सामने देख पत्नी खूब रोई, फिर हंसते-हंसते साथ गई, अनामिका आश्रम ने करवाया 37वा पुनर्वास

महावीर अग्रवाल
मंदसौर २६ नवंबर ;अभी तक;  घर से लापता एवं विक्षिप्त महिलाओं को स्वजनों से मिलाने के सेवा कार्य में जुटी अनामिका सेवा समिति ने बरसों से अपनों से दूर एक ओर महिला को परिवार से मिला दिया। महाराष्ट्र के लातूर जिले के एक गांव से पांच साल पहले लापता हुई महिला जब शुक्रवार को सेवा समिति के कार्यालय कौशल्या धाम पर पति से मिली तो वहां मौजूद हर व्यक्ति की आंखों से खुशी के आंसू झलक पड़े। पांच साल बाद पति को सामने देख पत्नी पहले तो खूब रोई और फिर दोनों हंसी-खुशी अपने घर के लिये रवाना हो गए।
                                            सेवा समिति की संचालिका अनामिका जैन ने बताया की दो माह पहले वायडी नगर पुलिस को शहर में घुमती मिली एक महिला को सेवा समिति को सौंपा गया था। तब से ही उक्त महिला समिति कार्यालय कौशल्या धाम पर रह रही थी। महिला विक्षिप्त है लेकिन वह महाराष्ट्रीयन भाषा में कुछ बताने की कोशिश करती रही।
                                   अनामिका जैन ने बताया की उक्त महिला ने अपना नाम बालिका बताया। महिला जो बोल रही थी उसे गुगल से परिवर्तन कर समझने की कोशिश की गई, तब पता चला की महिला अपना पता महाराष्ट्र के लातूर जिले के गांव भूखी का बता रही है। इसके बाद अनामिका जैन व समिति सदस्यों द्वारा लातूर पुलिस कंट्रोल रूम पर चर्चा की और फिर गांव भूखी में किसी तरह संपर्क कर महिला के पति से चर्चा हुई। तब पता चला की महिला पांच साल से लापता है, परिवार गरीब होने के कारण उसे खोज नहीं सका न ही पुलिस से शिकायत की थी। महिला के पति परमेश्वर को महिला का फोटो भेजा गया तो वह पहचान गया की यह उनकी पत्नी बालिका है। वह अपने गांव से मंदसौर तक आ सके इतने रुपये भी उसके पास नहीं थे।
                              सेवा समिति द्वारा परमेश्वर को मंदसौर तक आने के लिये किराये की राशि भेजी। शुक्रवार को दोपहर में वह मंदसौर आया और कौशल्या धाम पहुंचा। पांच साल बाद पति-पत्नी ने एक-दूसरे को देखा तो आंखो से आंसू निकल गए। दोनों ने एक-दूसरे को माला पहनाई ,बालिका ने अपने पति को धोग दी और गले लग कर खूब रोई। इसके बाद वहां मौजूद अनामिका जैन ने  महिला बाल विकास अधिकारी पीसी चौहान व बाल कल्याण समिति सदस्य व श्री राधाकृष्ण ग्रुप के अध्यक्ष विश्वमोहन अग्रवाल के समक्ष बालिका को उसके पति को सोपने की कार्यवाही करी । आश्रम में उपस्थित नाहरू भाई,भावना कुमावत, सरोज गंधर्व, नेहा कच्छावा, रीना कुमावत, निर्मला, शगुन परमार, जितेन्द्र कुमावत, अरविंद पाटीदार आदि ने उन्हें विदा किया। दोनों पति-पत्नी को महाराष्ट्र अपने गांव तक जाने के लिये पीसी चौहान द्वारा किराये की राशि दी गई। अनामिका जैन ने बताया की पांच साल पहले उक्त महिला को कोई अन्य महिला बातों में लेकर आई थी, अब उस महिला का भी पता लगाया जाएगा।

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