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मंदसौर से गए कार सेवकों के जत्थे का दो बार नेतृत्व किया कारूलाल सोनी ने, संघर्ष भी देखा और अब प्राण प्रतिष्ठा भी देंखेगे

महावीर अग्रवाल

मंदसौर १९ जनवरी ;अभी तक;  22 जनवरी को अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा आयोजित होगी। इस मंदिर निर्माण और मंदिर आंदोलन में सैकडों लोगो ने अपने प्राणो की आहूति दी अनेक कार सेवकांे के संघर्ष का परिणाम है कि आज भगवान राम की जन्म स्थली अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बनकर तैयार है यह हमारे लिए बेहद सुखद अनुभव है।

उक्त बात कहते हुए भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष और कारसेवक कारूलाल सोनी ने बताया कि हम अपने आप को बेहद भाग्यशाली मानते है कि हमें मंदिर के लिए संघर्ष करने का मौका भी मिला और आज भगवान राम की भव्य प्राण प्रतिष्ठा उसी स्थान पर हो रही है इसे देखने का भी अवसर प्राप्त होगा

श्री सोनी ने उस  समय को याद करते हुए बताया कि वंे 1965 से 1977 तक विश्व हिन्दू परिषद के जिला महामंत्री थे उस समय मंदिर के लिए आंदोलन शुरू हो चुका था अविभाजित मंदसौर जिले मंे कई बैठकें आयोजित होती थी विशेषकर जावद में बैठके होती थी। आपने बताया कि सबसे पहले स्वामी सत्यमित्रानंदगिरी विहिप के संस्थापक रामजन्मभूमि आंदोलन की यात्रा को लेकर मंदसौर आये थे तब तत्कालिन कांग्रेस सरकार के समय मंदसौर एसपी रहें संजय राणा हमे रोकने के खूब प्रयास किये लेकिन हम नही रूके और यात्रा निकली। यहां पर उस समय श्रीराम महायज्ञ का आयोजन भी किया गया था। इस महायज्ञ का आयोजन स्व रामनारायण जी शर्मा, चेनराम जी सेठिया और कारूलाल जी सोनी आदि ने करवाया।

प्रत्येक घर से ली गई ईट और सवा रूपये

श्री सोनी ने बताया कि उस समय प्रत्येक भारतवासी को इस आंदोलन से जोडने के लिए प्रत्येक घर से मंदिर निर्माण के लिए एक शीला अर्थात ईट और सवा रूपये एकत्रित किये गये थे जिन्हें हम झोला में भरकर लाते थे और अयोध्या भेजते थे।

1990 में मंदसौर आई थी श्रीराम रथ यात्रा
श्री सोनी ने बताया कि पूरे देश मे लालकृष्ण आडवाणी जी द्वारा श्रीराम रथ यात्रा निकाली गई थी जिसके सहयोगी वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी और पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्व प्रमोद महाजन जी थे। अक्टूबर 1990 में यह यात्रा मंदसौर आई थी उस समय मंदसौर को दुल्हन की तरह सजाया गया था और कारसेवा सेवा समिति के प्रदेश संयोजक कारूलाल सोनी के नेतृत्व में रथ यात्रा का भव्य स्वागत मंदसौर में किया गया था।

कई यातानयें झेली कारसेवकों ने
श्री सोनी ने बताया कि आंदोलन बढा और देश भर के साथ मंदसौर जिले से भी कारसेवक अयोध्या के लिए रवाना हुए उस समय उत्त प्रदेश के मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने पुलिस को कारसेवकांे पर लाठी चार्ज करने का आदेश दे रखे थे लेकिन कारसेवक अपने कार्य के प्रति अडीग रहें कई बार गिरफ्तारियां भी दी और यातनायें भी झेली। रथ यात्रा के दौरान बिहार में लालकृष्ण आडवाणी को तत्कालिन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के निर्देश पर गिरफ्तार भी किया गया था। उसी समय उत्तर प्रदेश में  त्रमंदसौर के कार सेवकांे के जत्थे को कारूलाल सोनी नेतृत्व कर रहे थे उन्हें पुलिस कमिश्नर ने रोक लिया और अयोध्या नहीं जाने दिया बाद में दो दिनों तक चित्रकूट की खुली जेल में हजारों कारसेवकों को गिरफ्तार कर रखा गया।

1992 में दूबारा शुरू हुआ संघर्ष
श्री राम जन्म भूमि को लेकर आंदोलन 1992 में फिर से शुरू हुआ उस समय अयोध्या जानंे के सभी रास्ते बंद कर दिये गये थे फिर भी मंदसौर से 650 कारसेवक रेल से आगार ओर उसके बाद इटावा तक पहुंचे और वहां खबर आई कि विवादित ढांचा गिरा दिया गया है सभी अपने – अपने घरों को पहुंचे।

लम्बंे संघर्ष का सुखद अंत
कारूलाल सोनी ने बताया कि श्रीराम जन्मभूमि को लेकर किये गये लम्बें संघर्ष का यह बेहद सुखद अंत है जब हम अपनी आंखों से रामलाल को उनके भव्य मंदिर में विराजित होते देख पायेंगे यह प्रत्येक भारतीय नागरीक के लिए गौरव का क्षण होगा।

4 फरवरी को मंदसौर से जायेंगे 150 कारसेवक
कारूलाल सोनी ने बताया कि 4 फरवरी को मध्यप्रदेश से स्पेशल रेल अयोध्या के लिए जायेगी जिसमें कारसेवक अयोध्या पहुंचेगी। पहले चरण में मंदसौर जिले से 150 कारसेवक 4 फरवरी को स्पेशल रेल के माध्यम से अयोध्या जायेगे उसके बाद अन्य कारसेवक भी अयोध्या जाकर रामलाल के साक्षात दर्शन करेंगे।

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