प्रदेश
अपराजिता कार्यक्रम में बालिकाओं को सिखाए आत्मरक्षा के गुर
मोहम्मद सईद
शहडोल, 25 फरवरी अभीतक। अप्रत्याशित परिस्थितियों का सामना करने और आत्मरक्षा के लिए बालिकाओं को मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण दिया गया। महिला एवं बाल विकास विभाग तथा खेल एवं युवा कल्याण विभाग के संयुक्त तत्वाधान में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के तहत 10 फरवरी से अपराजिता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें बालिकाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाए गए।
महिला एवं बाल विकास विभाग शहडोल के जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज लारोकार के निर्देशन में 10 फरवरी से ज्ञानोदय स्कूल विचारपुर में आयोजित 15 दिवसीय अपराजिता कार्यक्रम में 10 से 19 वर्ष की 150 बालिकाओं को विभिन्न परिस्थितियों का सामना करने और आत्मरक्षा के लिए मार्शल आर्ट प्रशिक्षण में ट्रेनर अजय सोंधिया द्वारा बालिकाओं को अपर पंच, मिडिल पंच, लोअर पंच, साइड पंच, किसी के द्वारा पीछे से हाथ लगाने, सामने से हाथ लगाने और हाथ पकड़ने पर बालिकाओं को किस प्रकार से अपनी रक्षा करते हुए उस व्यक्ति से स्वयं को बचाना है और सामने वाले व्यक्ति को किस तरह से धराशाई करना है, इसके लिए बालिकाओं को प्रशिक्षित किया गया। 15 दिवसीय अपराजिता कार्यक्रम का आज समापन किया गया।
समापन कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी आनंद अग्रवाल, खेल एवं युवा कल्याण विभाग के ब्लॉक समन्वयक अजय सोंधिया और विभिन्न महिला संगठनों से जुड़ी व समाजसेवी श्रीमती स्नेहा अग्रवाल उपस्थित रहीं। परियोजना अधिकारी आनंद अग्रवाल ने इस मौके पर कहा कि यह कार्यक्रम बालिकाओं के लिए जीवन में महत्वपूर्ण साबित होगा। विभिन्न महिला संगठनों से जुड़ी व समाजसेवी श्रीमती स्नेहाअग्रवाल ने कहा कि बालिकाओं को मानसिक रूप से सुदृढ़ और निर्भय रहते हुए प्रत्येक परिस्थिति का डटकर सामना करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अपराजिता कार्यक्रम बालिकाओं के लिए एक प्रेरणादाई कार्यक्रम साबित होगा। प्रशिक्षण में नरेश कुंडे, पीटीआई, शिक्षक तथा प्राचार्य ज्ञानोदय स्कूल विचारपुर की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही।