प्रदेश

नेशनल लोक अदालत में 3 हजार 389 प्रकरणों का निराकरण कर 4 करोड़ 88 लाख 77 हजार रूपये के अवार्ड पारित किया

 महावीर अग्रवाल
मंदसौर 9 मार्च ;अभी तक;  राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं म.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जबलपुर के निर्देशानुसार व प्रभारी प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मंदसौर श्रीमान् अजय कुमार सिंह के मार्गदर्शन में दिनांक 09 मार्च 2024 शनिवार को नेशनल लोक अदालत का आयोजन जिला न्यायालय मंदसौर एवं तहसील न्यायालय गरोठ, भानपुरा, नारायणगढ़, सीतामऊ में किया गया।
                                          इस अवसर पर जिला न्यायालय परिसर स्थित ए.डी.आर. सेंटर भवन के सभागृह में माननीय प्रभारी प्रधान जिला न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मंदसौर श्री अजय कुमार सिंह द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। शुभारंभ कार्यक्रम को प्रभारी प्रधान जिला न्यायाधीश श्री अजय कुमार सिंह एवं जिला अभिभाषक संघ के अध्यक्ष श्री रघुवीर सिंह पंवार, लोक अभियोजक श्री तेजपाल सिंह शक्तावत ने सम्बोधित कर अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री प्रवीण कुमार द्वारा किया गया।
उक्त कार्यक्रम में जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश श्री किशोर कुमार गेहलोत, श्री जितेन्द्र कुमार बाजोलिया, डॉ. प्रीति श्रीवास्तव, सुश्री प्रतिष्ठा अवस्थी, श्री विशाल शर्मा, श्री विवेक बुखारिया, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री प्रवीण कुमार सोंधिया, अन्य न्यायाधीशगण श्री प्रेमदीप सांकला, सुश्री लक्ष्मी वास्कले, श्री विनोद अहिरवार, श्री राहुल सोलंकी, सुश्री निकिता वार्ष्णेय, सुश्री प्राची पाण्डेय, सुश्री रूपा मिश्रा, सुश्री पूर्वी गुप्ता, श्री काशीश माटा, अधिवक्ता संघ के पदाधिकारी एवं अधिवक्तागण, न्यायिक कर्मचारीगण, विभिन्न बैंक, बीमा कम्पनियां, विद्युत विभाग एवं विभिन्न विभागों के अधिकारीगण, खण्डपीठ सदस्यगण इत्यादि उपस्थित रहे।
आज की नेशनल लोक अदालत हेतु जिले में कुल 25 न्यायिक खण्डपीठों का गठन किया गया है, कार्यक्रम के शुभारंभ के पश्चात नेशनल लोक अदालत की कार्यवाही गठित खंडपीठों में शाम तक चली, जिसमें राजीनामे के माध्यम से प्रकरणों का निराकरण किया गया।
उक्त लोक अदालत में 2233 कोर्ट में लंबित मामले निराकरण के लिए रखे गए थे जिसमें से कुल 624 प्रकरणों का निराकरण किया गया, जिसमें कुल 3,71,88,665/-का अवार्ड पारित किया गया। इसी प्रकार कुल 13916 प्रीलिटिगेशन के रखे प्रकरण में से 2765 प्रकरणों का निराकरण किया गया जिसमें 1,16,88,425/- राशि की वसूली की गई। मोटर दुर्घटना क्षतिपूर्ति दावा के 24 प्रकरण निराकृत किए गए, जिसमें कुल राशि 83,00,000/- का अवार्ड पारित किया गया। इस लोक अदालत में धारा 138 के अंतर्गत चैक वाउंस के 239 प्रकरण निराकृत किए गए जिसमें कुल राशि रू. 2,11,62,197/- का अवार्ड पारित किया गया।
नेशनल लोक अदालत में कुछ विशेष मामलों का भी निराकरण हुआ
*पारिवारिक विवादों का हुआ समाधान*
नेशनल लोक अदालत के माध्यम से 43 पारिवारिक विवादों का समाधानप्रद निराकरण भी हुआ है। न्यायालयों में लंबित पति-पत्नी एवं अन्य पारिवारिक विवादों के मामलों का निराकरण लोक अदालत में दी गई समझाईश एवं सोहार्दपूर्ण वातावरण में सुलह के किये गये सार्थक प्रयासों से संभव हुआ।

Related Articles

Back to top button