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बालाघाट के जंगल में बम खाने से भालू की मौत
आनंद ताम्रकार
बालाघाट २६ अक्टूबर ;अभी तक ; बालाघाट जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र के जंगल से बड़ी घटना सामने आई हैं… जहां बम खाने से वन्य प्राणी भालू की मौके पर मौत हो गई… जिसके बाद वन विभाग कई सवाल खड़े हो रहें है… क्योंकि वन परिक्षेत्र अधिकारी स्थाई नहीं होने से वन्य प्राणी की जान खतरे में हैं…
बता दें कि वन परिक्षेत्र लौगुर के अंतिम सीमा पर बसे ग्राम बिजोरा में गुरुवार को दोपहर दो बजे गश्ती दल ने एक मादा भालू मृत हालत में देखा। जिसका प्रेशर बम खाने से मुंह फट गया और उसकी मौत हो गई। बताया गया कि ग्रामीण जंगली सूअर का शिकार करने के लिए अधिकतर प्रेशर बम का उपयोग करते है। ये लोग जंगल किनारे वाले खेतों में प्रेशर बम रख देते है। जिसको खाने पर जंगली सूअर का मुंह फटने से वे घायल हो जाते है और लोगों को शिकार करने में आसानी हो जाती है। इसी तरह का प्रेशर बम जंगल किनारे ग्राम बिजोरा के समीप राजस्व क्षेत्र मेें विचरण कर रहा मादा भालू ने खा लिया होगा और उसका मुंह फट गया।
वन परिक्षेत्र अधिकारी क्षत्रपाल सिंह जादौन की मानें तो मादा भालू की मौत होने की खबर लगते ही मौके पर डीएफओ अधर गुप्ता, एसडीओ विनिता फुलबेले सहित वनकर्मी मौके पहुंचे। जिन्होंने बैहर, परसवाड़ा के तीन पशु चिकित्सक की टीम बुलाकर पोस्टमार्टम करवाकर अंतिम संस्कार कर दिया गया है। भालू का बिसरा जांच के लिए जबलपुर व सागर लैब भेजा गया है। उन्होंने बताया कि मादा भालू की प्रेशर बम से मौत के बाद वनकर्मियों की गश्ती और बढ़ा दी गई है। साथ ही बम रखने वालों की तलाश की जा रही है।