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आईपीएल का सट्टा शहर एवं देहात थाना क्षेत्र में चरम सीमा पर ,सट्टे के जाल में फस कर अनेक लोग शहर से लापता ,पूर्व में हो भी चुकी मौतें 

सुनील गौतम
दमोह १८ अप्रैल ;अभी तक; कोतवाली पुलिस  लगातार ही अपराधों पर अंकुश लगाने में असफल साबित हो रही है और आए दिन किसी न किसी प्रकार की घटनाएं घटित हो रही हैं।ऐसे हालात में अपराधों पर अंकुश ना होने के बाद भी पुलिस अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों पर इस बात का किसी भी प्रकार से असर नहीं पड़ रहा है कि ऐसे हालातों में दमोह शहर की जनता किस प्रकार से पीड़ित हो रही है। इसी क्रम में अभी हाल ही में चल रहे आईपीएल क्रिकेट को भी अभी प्रारंभ हुए कुछ दिन ही हुए हैं कि कोतवाली व देहात थाना पुलिस और सटोरियों की सक्रियता बढ़ गई है।आंकड़े बताते हैं कि पिछले वर्षों में आईपीएल सट्टा के चलते जहां अनेक लोगों ने शहर छोड़ दिया। वही इस सट्टे के कारोबार के चलते लगभग 10 लोगों ने कि किन्ही ना किन्हीं परिस्थितियों में अपने आप को मौत के आगोश में समा लिया, लेकिन इसके बाद भी दमोह शहर व देहात थाना क्षेत्र में आईपीएल का चट्टा चरम सीमा पर चल रहा है।
 करोड़ो का है अबैध कारोबार
उल्लेखनीय है कि दमोह  में करोड़ो रुपए के सट्टे का कारोबार संचालित होता है और दमोह के कुछ सट्टेबाज जबलपुर में भी बैठ कर अपना रैकेट चलाते हैं।इस बात की जानकारी कोतवाली व दमोह देहात पुलिस को बाकायदा रहती है लेकिन संरक्षण व मिलीभगत के चलते आईपीएल का सट्टा लगातार ही सक्रियता के साथ एक बार फिर प्रारंभ हो गया है और इसने इन 10-15 दिनों में काफी गति पकड़ ली है।
हर क्षेत्र में एक सट्टेबाज सक्रिय
दमोह शहर व देहात थाना क्षेत्र में आईपीएल मैच के दौरान लगातार ही सट्टे के कारोबार में चमक आ रही है और हालत यह है कि लगभग हर क्षेत्र में क्रिकेट का एक सटोरिया काम करता है। इस कारण से पुलिस द्वारा इसे पूर्ण तरीके से मैनेज करके संचालित कराया जाता है। एक सप्ताह से अधिक प्रांरभ हुए आई पी एल के मैच का बांकायदा मैनेजमेंट सिस्टम से सट्टे ने तेजी पकड़ी है, जिस कोतवाली व देहात थाना पुलिस को स्वयं इस बात की जानकारी है कि सटोरियों के संपर्क के लिए किन्हें जिम्मेदारी सौंपी गई है।वहीं पुलिस अधिकारी अपने आप को इस बात से बचाने के लिए अधिकारियों के सामने यह प्रदर्शित कर रहे हैं कि मैं जानकारी लेता हूं कि आईपीएल का सट्टा में किस की मिलीभगत परिलक्षित हो रही है।
कर्ज में फंसकर जा चुकी जाने
क्रिकेट के सट्टे से जहां अनेक लोग कर्ज के चलते अपना सब कुछ बर्बाद कर चुके हैं। वही ऐसे अनेक लोग हैं जिन्होंने दमोह शहर ही छोड़ दिया है और उन लोगों से पैसे लेने वाले आज भी उन्हें डरा धमका कर अपना पैसा मांग रहे हैं। जिस कारण से वह दमोह आने को तैयार ही नहीं है।इसके अलावा यदि देखा जाए तो आईपीएल सट्टे के कारण किन्ही ना किन्ही  कारणों से लगभग 10 लोगों की जानें भी जा चुकी हैं लेकिन आईपीएल का कारोबार दमोह में चरम सीमा पर है।
एक युवक की हाल ही में मौत
इसी क्रम में आईपीएल के सट्टा से प्रताड़ित होकर जबलपुर नाका क्षेत्र के एक युवक द्वारा जहरीले पदार्थ का सेवन कर आत्महत्या कर ली। जानकारी के अनुसार उसके आत्महत्या का कारण आईपीएल का सट्टा खेलना ही बताया जा रहा है। क्योंकि उसे लगातार पैसे के लिए  साहूकार परेशान कर रहे थे। जिस कारण से उसके द्वारा आत्महत्या कर लिए जाने की बात सामने आ रही है। लेकिन इस मामले में अभी पुलिस किसी भी प्रकार की जानकारी देने से कतरा रही है।
पंद्रह दिन में मात्र एक  प्रकरण
 जब से आई पी एल का सट्टा चालू हुआ है दमोह शहर सहित जिले में चल रहे करोड़ों के कारोबार में पुलिस ने मात्र एक  सट्टे के कारोबारी को आरोपी  बनाया है।उसके बाद ना ही आईपीएल के सट्टे में किसी भी प्रकार की पकड़ा धकड़ी की जा रही है और ना ही किसी प्रकार के किसी आरोपी को अभी तक गिरफ्तार किया गया है। जहां एक ओर करोड़ों का कारोबार संचालित हो और पुलिस को 15 दिन में सिर्फ 2 आरोपी ही मिले इससे ही अनुमान लगाया जा सकता है कि सटोरियों व पुलिस में कितना अच्छा सामंजस्य हैं।
 इनका कहना है
आईपीएल का सट्टा यदि  चल रहा है तो सटोरियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए निर्देशित करूंगा और इसमें जो भी शामिल होंगे उनके विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।
 शिव कुमार सिंह
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दमोह

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