चचेरे भाई ने कूट रचित दस्तावेज तैयार कर पत्नी के नाम करा ली जमीन, कलेक्टर से लगाई न्याय की गुहार
दीपक शर्मा
पन्ना २४ अप्रैल ;अभी तक; जिले के कुल्हुआ तहसील देवेन्द्र नगर निवासी जगदीश प्रसाद पिता नोने लाल यादव ने कलेक्टर जन सुनवाई मे आवेदन देते हुए बताया कि मेरी जमीन अमानगंज तहसील अन्तर्गत जसवंतपुरा पटवारी हल्का नम्बर के ग्राम कचनारी मे थी, उक्त जमीन मेरे पिता नोनेलाल के नाम थी। मेरे पिता जी के ससुराल मझगंवासेख ग्राम मे थी, वह वहीं पर रहकर खेती करते थें तथा उक्त जमीन लगातार उन्ही के नाम 94-95 तक दर्ज रही, आरआजी खसरा नम्बर 101 रकवा 5.56 हैक्टेयर है।
उक्त जमीन को हमारे चचेरे भाई हरदयाल यादव ने पटवारी से साठ गाठ करते हुए फर्जी तरीका से अपनी पत्नी गुलाब बाई के नाम दर्ज करा दी गई। जो वर्तमान मे गुनौर नगर पंचायत में पार्षद है तथा वहीं पर रहती है। मेरे पिता जी का देहांत 20.12.1994 में हो गया था तथा मेरा मानसिक संतुलन खराब था, जिसका फायदा उठाते हुए हरदयाल द्वारा यह कारनामा किया गया, मेरी मॉ नरिया बाइ्र द्वारा उक्त मामले को लेकर लगातार जिले के अधिकारीयो को आवेदन दिये गयें। लेकिन जिले के अधिकारीयो द्वारा आज तक न्याय नही किया जा रहा है। समस्त दस्तावेजो मे मेरे पिता नोनेलाल का नाम दर्ज है, लेकिन बिना किसी वैध कारण के उक्त जमीन गुलाब बाई के नाम कैसे कर दी गई, यह समझ से परे है। यह पूरा कारनामा हरदयाल ने पटवारी तथा अन्य संबंधित अधिकारीयो से मिलकर कराया है। आवेदक ने जिले के अधिकारीयो से न्याय दिलाये जाने की मांग की है। आंगे देखना है आवेदक जगदीश को कब तक न्याय मिल पाता है। लगभग 25 वर्ष से जगदीश न्याय के लिए कार्यालयो के चक्कर लगा रहा है।