आदि कराचार्य की 108 फीट ऊंची बहुधातु प्रतिमा अनावरण से पूर्व चार दिवसीय धार्मिक आयोजनों की शुरुआत

7:08 pm or September 15, 2023

मयंक शर्मा

खंडवा १५  जिले की नर्मदा तट की ज्योतिर्लिग नगरी ओंकारेश्वर में एकात्म धाम में आदि कराचार्य की 108 फीट ऊंची बहुधातु प्रतिमा अनावरण से पूर्व चार दिवसीय धार्मिक आयोजनों की शुरुआत आज शुक्रवार से ओंकार पर्वत पर हो चुकी है।

ओंकार पर्वत पर आयोजित 21 कुंडीय हवन में  आहुति देने मप्र के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान सपत्नीक साधना सिंह के साथ  ओंकारेश्वर पहुचे है। धार्मिक आयोजन की हुई शुरुआत से करीब सा़ढे तीन घंटे विलंब से शुक्रवार को वे पहुंचे हेै।

यहां ओंकार पर्वत पर आदिगुरु शंकराचार्य की प्रतिमा के शुद्धिकरण के लिए आयोजित धार्मिक आयोजनों में सपत्निक मुख्यमंत्री शामिल हुए है। वैदिक रीति से 21 कुंडीय हवन में पत्नी साधना सिंह के साथ आहुति डाली। इसके बाद प्रतिमा निर्माण कार्य और अनावरण की तैयारियों का मुख्यमंत्री ने जायजा लिया।

सीएम पर्यटन विकास निगम के रेस्ट हाउस पहुंच कर प्रदेश स्तरीय आनलाइन वीसी में शामिल होंगे।ओंकार (मांधाता) पर्वत पर 19 सितंबर तक उत्तरकाशी के स्वामी ब्रह्मेन्द्रानंद तथा संयासियों द्वारा सोमवार 11 सितम्बर से किए जा रहे प्रस्थानत्रय भाष्य पारायण के अलावा ओंकार पर्वत पर आदिगुरु शंकराचार्य की प्रतिमा के शुद्धिकरण के लिए आयोजित धार्मिक आयोजन व वैदिक रीति से हो रहे 21 कुंडीय हवन जारी है।वहीं 15 से 19 सितंबर तक आचार्य शंकर की प्रतिमा स्थापना व शुद्धिकरण के लिए दक्षिणाम्नाय श्रंगेरी शारदापीठ के मार्गदर्शन में महर्षि सांदीपनि राष्ट्रीय वेद प्रतिष्ठान द्वारा 21 कुंडीय हवन- पूजन आयोजित हैै।। देश के अनेक विख्यात वैदिक आचार्यों द्वारा वैदिक रीति से पूजन व हवन शुरू किया गया है। शंकराचार्य प्रतिमा अनावरण से पहले चंपा-चमेली और गुलाब केे फूलों से श्रीजी   ओंकारेश्वर मंदिर महक रहा है।ओंकारेश्वर में 32 सन्यासी मूर्तिस्थल पर भाष्यों का परायण पाठ चल रहा है।  पाठ 11 सितंबर से शुरू है। क्रमश ब्रह्मसूत्र, भगवद्गीता के भाष्य पाठ चल रहा है।स्वामी श्रवणानंद गिरि, गौरीशानंद, अमृतानंद गिरी, विश्वानंद पुरी, देवेंद्र सरस्वती, आत्मानंद गिरि, सुबोधानंद, सदाशिवानंद, उत्तम आनंद गिरि, अनंतात्मानंद तीर्थ, परमानंद गिरि आदि शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि 18 सितंबर को आचार्य शंकर की एकात्मता की प्रतिमा का अनावरण और अद्वैत लोक का भूमि व शिलापूजन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान द्वारा किया जाएगा। इस मौके पर सिद्धवरकूट पर आचार्य शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास के द्वारा ब्रह्मोत्सव में संत ,मनीषियों और विशिष्टजनों का समागम कार्यक्रम होगा। इसमें दो हजार से अधिक साधु संत संयासी आचार्य महामंडलेश्वर और शंकराचार्य शामिल होंगे।
आदि गुरु शंकराचार्य की मूर्ति के अनावरण कार्यक्रम के लिए विशेष धार्मिक अनुष्ठान की शुरुआत शुक्रवार से हसे गयी है।  मुख्यमंत्री ने सपत्निक मूर्ति स्थल के सामने यज्ञशाला में संतों के साथ आहुति डालकर धार्मिक अनुष्ठान का शुभारंभ किया।हर-हर शम्भू, घर-घर शम्भू की थीम पर  पूरे शहर की दीवारों को घरों पर यह नारा अंकित किया है। इस दौरान नगर में संध्या में घर-घर दीप जलाए जाएंगे।
कलेक्टर अनूप कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्र शुक्ल तैयारियों का निरीक्षण चुुके है।  कलेक्टर ने बताया कि गुरुवार को साधु, संतों, पुजारियों, व्यापारी, नाविक संघ, गणमान्य नागरिकों, धर्मशाला,गेस्ट हाउस और होटल संचालकों से चर्चा की है। 18 सितंबर को अनावरण कार्यक्रम को लेकर महानिर्वाणी अखाड़ा में प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। उपस्थित प्रतिनिधियों ने कहा कि आदि गुरु शंकराचार्य की मूर्ति की स्थापना ओंकारेश्वर के लिए मील का पत्थर है। इससे ओंकारेश्वर की कीर्ति और बढ़ेगी। कलेक्टर ने जन प्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों और साधु संतों से कार्यक्रम को सफल बनाने का आहृवान किया। मुख्य कार्यक्रम के लिए वाटरप्रूफ पंडाल तैयार किए गए हैं। भगवान ओंकारेश्वर का भी मनोरम श्रृंगार किया गया। जो दर्शन के लिए आए श्रद्धालु भी यह आकर्षण का केंद्र है। उज्जैन के कलाकारों के मार्गदर्शन में सजावट करने में लगभग 20 घंटे का समय लगा। मंदिर ट्रस्ट द्वारा इंदौर सहित अन्य शहरों से फूल बुलाए गए थे।