महावीर अग्रवाल
मंदसौर, १८ सितम्बर ;अभी तक; स्कूलों में बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक सरोकारों से जोड़ने का कार्य भी इन दिनों चल रहा है जिसके परिणाम अब सामने आने लगे हैं नन्हे मुन्ने बच्चे स्कूलों में दी जा रही अच्छी शिक्षा के परिणाम स्वरूप त्योहार अच्छे से सेलिब्रेट करते हैं.I डेक्सटर ग्लोबल स्कूल में पढ़ने वाली कक्षा पांचवी की छात्रा कुमारी क्रिशा नरेंद्र अग्रवाल ने घर पर भगवान गणेश जी की मूर्ति तैयार कर वातावरण को प्रदूषित होने से बचाने में अहम भूमिका निभाई है I
क्रिशा ने मिट्टी एवं कागज के मिश्रण से दो दिनों में भगवान गणेश जी की प्रतिमा को अपने हाथों से तैयार किया और उस प्रतिमा पर आकर्षक रंग-बिरंगे कलर उकेरे I क्रिशा बताती है कि हमको स्कुल में पढ़ाई के साथ- साथ काफी अच्छे तरीके से सभी त्योहार मनाने की शिक्षा दी जाती हैं.I उसका कहना है कि प्लास्टर आफ़ पेरिस की मूर्तियां कहीं ना कहीं हमारी नदियों एवं तालाबों को प्रदूषित करती है इसलिए हमें अपने घरों पर मिट्टी एवं गोबर से निर्मित गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करना चाहिए , I गौशालाओं में भी गोबर से निर्मित प्रतिमाएं मिल रही है बाजारों में भी मिट्टी की प्रतिमाएं मिल रही है और नहीं तो घर पर बहुत आसानी से प्रतिमा बन सकती हैं.I क्रिशा ने बताया कि घर पर गणेश जी की प्रतिमा बनाने के लिए उसको स्कूल शिक्षकों के अलावा विशेषकर दादी एवं मम्मी ने भी प्रेरित किया है