आज भारी बारिश के बीच भी खेला गया खुनी खेल, बारिश के चलते बरसे कम पत्थर, १५० लोग हुए घायल

7:28 pm or September 15, 2023
छिंदवाड़ासे महेश चांडक
छिंदवाड़ा १५ सितम्बर ;अभी तक;  विश्वभर मैं प्रसिद्ध गोटमार मेला आज पांढुर्ना की जाम नदी पर पांढुर्ना और सांवरगांव के संगम पर भारी बारिश के बीच खेला गया है वर्षो पुरानी गोटमार मेले खेलने की परंपरा को निभाते हुए एक – दूसरे पर पत्थर बरसाए गए है आज सुबह से ही भारी बारिश होने के चलते नदी उफान पर है जिसके कारण गोटमार मेला थोड़ा प्रभवित हुआ है आज इस मेले मैं लगभग 150 लोग घायल हुए है जिसमे 5 गंभीर है जिनका इलाज स्वास्थ्य टीम द्वारा किया गया है
                           कलेक्टर मनोज पुष्प ने बताया की पुरे आयोजन को ड्रोन कैमरे एवं सीसीटीवी कैमरे की मदद से निगरानी रखी गई क्षेत्र मैं धारा 144 लगाने के साथ रस्सी मैं पत्थर को फसाकर तेज गति से फेंके जाने वाले गोफन, अस्त्र शस्त्र और बिक्री शराब पर प्रतिबंधित किया गया है
                          जिले के पुलिस अधीक्षक विनायक वर्मा ने बताया की जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षा के लिए 550 पुलिस कर्मी, एसडीओपी 6. थाना प्रभारी 15, सब इंस्पेक्टर 30, एस ए एफ कंपनी 3, वज्र वाहन 2,22 वरिष्ठ डॉक्टर, स्थाई स्वास्थ्य केंद्र 4, स्वास्थ्य कर्मचारी 150 एवं 7 एंबुलेंस की सुविधा की गई है साथ ही 11 स्थानों पर नाकाबंदी की गई थी
                        गोटमार के दौरान एक दूसरे पर पत्थर बरसाकर लहूलुहान करने के इस खेल को रोकने के लिए प्रशासन ने कई प्रयास किये पर अब तक हुए हर प्रयास असफल रहे है जिला प्रशासन द्वारा बीते सालो से हर बार गोटमार रोकने का भरसक प्रयास किए गए थे मानवधिकार आयोग तक भी बात पहुची थी गोटमार मेले की गतिविधि को रोकने प्रशासन सख्ती से मुस्तेद रहा लेकिन पर गोटमार मेले की परंपरा को रोकने के प्रयास असफल रहे है वही इस मेले को लेकर कई स्थानीय लोगो द्वारा इस खुनी खेल का विरोध भी किया जा रहा है
                            विश्व प्रसिद्ध गोटमार मेले की परंपरा निभाने के पीछे किवंदतियां और कहानिया जुडी है किवंदती के अनुसार पांढुर्ना के युवक और सावरगांव की युवती के बीच प्रेम संबंध था एक दिन प्रेमी युवक ने सांवरगांव पहुचकर युवती को भगाकर पांढुर्ना लाना चाहा जैसे ही दोनों जाम नदी के बीच पहुचे तो सांवरगांव के लोगो को खबर लगी प्रेमीयुगल को रोकने पत्थर बरसाए जिससे प्रेमीयुगल की मौत हो गई इस किवंदती को गोटमार मेला आयोजन से जोड़ा जाता है

पिछले 18 वर्षो मैं 12 हजार से अधिक लोग हुए थे घायल, अभी तक 20 लोगो की मौत हो चुकी है