सिद्धार्थ पांडेय
जबलपुर १८ सितम्बर ;अभी तक; नेताजी सुभाष चंद्र बोस केन्द्रीय जेल जबलपुर में कैदियों द्वारा ईक्रो फ्रेंडली भगवान गणेष की प्रतिमा का निर्माण किया गया है। प्रतिमा का निर्माण गोबर,मिटटी तथा तुलसी के बीज से किया गया है। प्रतिमा निर्माण में वॉटर कलर का उपयोग किया गया है। प्रतिमा निर्माण करने वाले कैदियों को गणेष चतुर्थी के दिन ईनाम के साथ सजा में माफी प्रदान की जायेगी।
जेलर मदन कमलेष से बताया कि आजीवन कारावास की सजा से दंडित कांचघर निवासी निक्की नामक कैदी के मार्गदर्षन में 12 कैदियों की टीम ने ईक्रो फ्रेंडली गणेष प्रतिमाओं का निर्माण किया है। कैदियों द्वारा जर्जेस कॉलोनी,जेल के अंदर तथा मप्र राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के लिए चार बडी प्रतिमाओं को निर्माण किया गया है। इसके अलावा 300 छोटी प्रतिमाओं का निर्माण किया गया है। कैदियों द्वारा तैयार की गयी प्रतिमाओं पूरी तरफ से ईको फ्रेंडली है। प्रतिमाओं का निर्माण गोबर मिट्टी तथा तुलसी के बीज से किया गया है। कैमिकल रंग का उपयोग नहीं किया गया है,वॉटर कलर का उपयोग किया गया है।
कैदियों द्वारा निर्माण प्रतिमा लोगों के घरों तक पहुॅच सके इसके लिए मुख्य गेट के बाहर एक स्टॉल भी लगाया गया है। कैदियों द्वारा निर्माण गणेष प्रतिमाओं की निछावर स्वैच्छा से लेकर आम लोग प्रतिमाओं को लेकर जा सकते है। उन्होने बताया कि गणेष चतुर्थी के दिन गणेष प्रतिमा का निर्माण करने वाली कैदियों की टीम को जेल अधीक्षक द्वारा पुरूस्कृत किया जायेगा और उन्हें सजा में माफी भी प्रदान की जायेगी।