महावीर अग्रवाल
मंदसौर २२ अगस्त ;अभी तक; मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर मन्दसौर को दिये ज्ञापन मेंविकास पाटीदार जिला अध्यक्ष नर्सिंग छात्र संगठन, जिला मंदसौर ने कहा कि नर्सिंग छात्र संगठन आवेदन के माध्यम से आपको निम्न मांगो से अवगत कराना चाहता है और इनका जल्द एवं उचित निराकरण चाहता है।


3) मेडीकल यूनिवर्सिटी जबलपुर की कार्यपरिषद द्वारा हाल ही में प्रस्ताव पारित किया गया है कि सत्र 2023-24 को जीरो ईयर घोषित किया जाए क्योंकि मेडीकल यूनिवर्सिटी द्वारा 2020-21,2021-22 और 2022-23 सत्रों में प्रवेश लेने वाले स्टूडेंट्स की परीक्षाए आयोजित नही करवाई जा रही है। इसलिए आपसे आग्रह है कि मेडिकल यूनिवर्सिटी समय पर परीक्षा करवाये, रिज़ल्ट घोषित करे। सत्र 2023-24 को जीरो ईयर घोषित करने से मध्य प्रदेश में 12वी क्लास में बायोलॉजी लेकर नर्सिंग क्षेत्र में केरियर बनाने की आशा रखने वाले हजारों स्टूडेंट्स के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है और इससे नर्सिंग कालेजो में पढ़ाने वाले हजारों नर्सिंग स्टाफ की नोकरी चली जायेगी। 2023-24 सत्र को जीरो ईयर घोषित नही किया जाए क्योंकि इससे बारहवीं कक्षा में बायोलॉजी लेने वाले और नर्सिंग कोर्स में प्रवेश लेकर अपना भविष्य बनाने की आशा रखने वाले स्टूडेंट्स के लिए आगे के अवसर बंद हो जाएंगे और पूरे देश में ऐसा केवल मध्य प्रदेश में ही किया जा रहा है। इसलिए आपसे मांग है कि मध्य प्रदेश में नर्सिंग क्षेत्र में सत्र 2023-24 को जीरो ईयर घोषित नही किया जाए और और कार्यपरिषद द्वारा पास किए गए प्रस्ताव को वापस लिया जाए और इस विषय में जल्द व उचित कार्यवाही की जाए। क्योंकि बहुत आशा लेकर स्टूडेंट्स बायोलॉजी विषय को चुनते हैं।
4) मध्य प्रदेश में नर्सिंग क्षेत्र के लिए नियम, कानून बनाने वाली, नर्सिंग कॉलेज को मान्यता प्रदान करने वाली सर्वोच्च संस्था मध्य प्रदेश नर्सेस रजिस्ट्रेशन काऊंसिल भोपाल के अधिकारियों द्वारा व नर्सिंग कालेजो को संबद्धता प्रदान करने वाली मेडीकल यूनिवर्सिटी के अधिकारियों द्वारा सांठगांठ करके नियमानुसार संचालित ना होने वाले कई नर्सिंग कॉलेजो को मान्यता व संबद्धता प्रदान कर दी गई है। इसके खिलाफ माननीय हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई जिस पर माननीय हाई कोर्ट द्वारा सीबीआई जांच करवाई जा रही है। सीबीआई जांच में मान्यता रद्द होने वाले नर्सिंग कॉलेजो के स्टूडेंट्स को मान्यता प्राप्त नर्सिंग कॉलेजो में ट्रांसफर करने की नीति बनाई जाए जिससे स्टूडेंट्स के भविष्य के साथ कोई खिलावड़ ना हो क्योंकि स्टूडेंट्स के द्वारा जब कालेजों में प्रवेश लिया गया था तब उन्होंने कालेजों में मान्यता और संबद्धता है ये देखकर ही स्टूडेंट्स ने ऐडमिशन लिया था लेकिन अब अगर बीच में मान्यता और संबद्धता समाप्त होती है तो स्टूडेंट्स का भविष्य बर्बाद हो जायेगा। इसलिए इस मामले पर जल्द एवं उचित संज्ञान लिया जाए क्योंकि इसमें स्टूडेंट्स की कोई गलती नहीं है।
5) मध्य प्रदेश में जी एन एम नर्सिंग करने वाले लाखो स्टूडेंट्स के रिजल्ट घोषित नही किए जा रहे हैं जबकि परीक्षा ले ली गई है, आपसे अनुरोध है कि इन स्टूडेंट्स के जल्द से जल्द रिजल्ट घोषित किए जाए।
6) मध्य प्रदेश में अधिकारियो व मंत्रियों के भ्रष्ट्राचार के कारण विगत 3 वर्षो से नर्सिंग व पैरामेडिकल के स्टूडेंट्स की परीक्षाए आयोजित नही हुई है, लेकिन फ़िर भी स्टूडेंट्स के भविष्य को बर्बाद करने वाले अधिकारियों मंत्रियों को जेल नही हुई है, इसलिए स्टूडेंट्स का भविष्य बर्बाद करने वाले सभी भ्रष्टाचारी अधिकारियों मंत्रियों को तत्काल जेल में डाला जाए।
7) मध्य प्रदेश में विगत तीन वर्षो से नर्सिंग स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप नही मिल पा रही है, इसलिए स्टूडेंट्स को पोर्टल ओपन करवाकर जल्द स्कॉलरशिप प्रदान की जाए। क्योंकि स्टूडेंट्स को फीस जमा करवाने में अत्यधिक समस्याओ का सामना करना पड़ रहा है।
संगठन की मांगो पर जल्द एवं उचित कार्यवाही की जाए, नही तो संगठन द्वारा लगातार आंदोलन, धरना प्रदर्शन, भूख हड़ताल की जायेगी। जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी। आगामी विधानसभा चुनाव में सरकार का विरोध किया जाएगा।
विकास पाटीदार ने कहा कि ज्ञापन की प्रति प्रधानमन्त्री भारत सरकार , राज्यपाल महोदय जी, मध्यप्रदेश , चिकित्सा शिक्षा मंत्री महोदय , मध्यप्रदेश सरकार, चिकित्सा शिक्षा सचिव महोदय जी, मध्य प्रदेश शासन , डायरेक्टर मेडीकल एजुकेशन, मध्य प्रदेश शासन , रजिस्ट्रार महोदय जी, मध्य प्रदेश नर्सेस रजिस्ट्रेशन काऊंसिल, भोपाल , कुलपति महोदय जी, मेडीकल यूनिवर्सिटी जबलपुर और रजिस्ट्रार महोदय जी, मेडिकल यूनिवर्सिटी जबलपुर को भी भेजी है।