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अफीम नीति में देरी के विरोध में किसानों का प्रदर्शन, केन्द्र सरकार की गलत नीतियों का खामियाजा किसान भुगत रहे हैं
महावीर अग्रवाल
करजू २७ अक्टूबर ;अभी तक ; केन्द्र सरकार द्वारा अभी तक अफीम फसल नीति की घोषणा नहीं करने से अफीम काश्तकारों में निराशा और आक्रोश व्याप्त है। करजू में किसानों ने अफीम नीति में देरी के विरोध में केन्द्र सरकार व जनप्रतिनिधियों के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर किसान नेता शंकरलाल आंजना ने कहा कि किसानों के नाम पर राजनीति करने वाले लोग किसानों की सुध लेना भूल गये ।किसानों को केवल दुःखी निराश और हताश करने का काम किया जा रहा है। कृषक लंबे समय से शोषित होते आ रहे हैं । फसल बीमा, मुआवजा और अफीम नीति को लेकर हमेशा किसानों के साथ शोषण होता आया है । आज भी किसानों को फसल बीमा मुआवजा नहीं मिला। किसान केवल किसान है , यही उसकी बिरादरी है परन्तु वर्तमान में सरकार ने किसानों के बीच खाई पैदा कर दी है । राजनीति रंग में रंगने का का काम यह सरकार कर रही है ।दो धु्रव में किसानों को बांटकर अपना उल्लु सीधा किया जा रहा है। समस्या को हल नहीं कर रहे हैं।
श्री आंजना ने कहा कि अभी तक अफीम नीति जारी नहीं होने से किसान असमंजस में है। सितंबर के अंतिम सप्ताह में या अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में नीति जारी हो जाती है परंतु अभी तक नीति का जारी नहीं होना किसानों के साथ धोखा है क्योंकि समय निकल जाने के बाद अफीम की फसल गर्मी में आ जाती है ।रोग और अन्य बिमारियों के प्रकोप बढ़ जाते हैं इसलिए किसान समय पर अफीम नीति की मांग करता है। सांसद श्री सुधीर गुप्ता की निष्ठा भी कम ही नजर आ रही है। किसानों ने 8/29 में संशोधन सहीत अफीम का भाव 10 हजार रूपये प्रति किलो करने, सीपीएस पद्धति को खत्म करने की भी मांग की है।
इस अवसर पर कमलेश पाटीदार, बहादुर सिंह आंजना, मांगीलाल माली, भुवानीराम माली मुकेश पाटीदार मनीष जैन सहीत बड़ी संख्या में किसानो ने प्रदर्शन कर जल्दी अफीम नीति घोषित करने की मांग की हैं।