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अरूणा यादव  के लिये खंडवा टिकट या फिर  बेटिकट…………..!

मयंक शर्मा
खंडवा २९ मार्च ;अभी तक;  कांग्रेस पार्टी अब तक २८  में से 25 प्रत्याशियों के नामों का एलान कर चुकी है।एक सीट  खजुराहो सीट पर कांग्रेस नहीं लड़ेगी।, यह सीट कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी के लिए छोड़ी है।  शेष तीन सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा बेसब्री से प्र्रतीक्षा है।
                                प्रमुख रूप से  कांग्रेस के स्थानीय पूर्व सांसद व पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरूण यादव पर निंगाहे है कि वे 2024 का चुनव लडते है या बाहर रहते है। इस बार उन्होने गुटबाजी से दूर रहकर सजातीय वोटों के कारण उम्मीदवारी के लिये गुना सीट का प्राथामिकता में रखाा लेकिन मौका नही मिला। गुुना से केंद्रीय मंत्री व भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ राव यादवेंद्र सिंह को टिकट दिया है। यादवेंद्र सिंह के पिता भी दो बार गुना लोकसभा सीट से सिंधिया के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं। इस सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी, लेकिन दिग्विजय सिंह गुट ने उनको बाहरी बता कर पेंच फंसा दिया और मंशापर पानी फेरते हुये बेटिकट कर दिया।
                                अब विकल्प में परपरागत खंडवा सीट उनके लिये बची है।हालांकि, उन्होंने खंडवा सीट से चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा जताई है। यहां पर अरुण यादव के अलावा नरेन्द्र पटेल झूमा सोंलकी, अवधेश सिसौदिया  ठा राजनारायण सिंह व ठा सुरेंद्रसिंह शेरा का नाम भी चर्चा में है।
                               लोकसभा चुनाव को लेकर प्रचार अभियान शुरू हो गया है। भारतीय जनता पार्टी ने खंडवा सीट पर उपचुनाव मे विजयी ज्ञानेेश्वर पाटिल को पुन उम्मीदवार बनाया है।सभी 29 सीटों पर उम्मीदवार मैदान में उतार दिए हैं। पार्टी सभी सीटें जीतकर रिकॉर्ड कायम करने में जुटी है। वहीं कांग्रेस इस चुनाव में अपना अस्तित्व बचाने में लगी है। खंडवा  सहित अभी भी ग्वालियर, मुरैना याने 3 सीटों पर उम्मीदवार के नामों को लेकर पार्टी के भीतर मंथन का दौर चल रहा है। खंडवा लोकसभा सीट को होल्ड पर रखा है।
                             कांग्रेस ने तीन सीटों र, खंडवा ग्वालियार और मुरैना पर अभी अपने प्रत्याशियों के नाम घोषित नहीं किए हैं। सन 2009 पर अरूण यादव  की जीत के अपवाद को छोडकर सन 1990 के पहले कांग्रेस की गड रही खंडवा लोकसभा सीट पर वर्तमान में चाौतरफा भगवा लहलहा रहा है। कांग्रेस नेतृत्व अरुण यादव को खंडवा से चुनाव लड़वाना चाहती है,।इसकी वजह से अब तक प्रत्याशी घोषित नहीं किया जा सका है।


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