आकोदड़ा माताजी के दरबार में नवरात्रि पर विशाल मेला समापन माता के दरबार में हजारों श्रद्धालुओं ने पहुंचकर शीश नवाया
महावीर अग्रवाल
मन्दसौर २ अप्रैल ;अभी तक; ग्राम पंचायत आकोदड़ा के तत्वाधान में प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी चेत्र नवरात्रि के पावन पर्व पर विशाल मेला आयोजित हुआ। माताजी के दर्शन करने व विशाल मेले का आनन्द लेने नवरात्रि में आसपास क्षेत्र के 24 गांव के और दूर दरार के हजारों श्रद्धालु माता रानी के दरबार में माता के दर्शन का लाभ लेने पधारे।
इस दौरान यहां सुश्री अर्पणाजी नागदा के मुखारविन्द से भागवत कथा का आयोजन भी हुआ। कथा श्रवण करने भी बड़ी संख्या में भक्तगण पहुंचे। समापन पर विशाल भण्डारे का आयोजन हुआ। मेेले में प्रतिदिन रात्रि में अलग-अलग प्रकार के कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई जैसे की भजन संध्या, कवि सम्मेलन, सांस्कृतिक कार्यक्रम, रंगारंग कार्यक्रम, आर्केस्टा, तेजाजी महाराज कथा व मेले के अंतिम दिन महाप्रसादी वितरित की गई। और रात्रि में रंगारंग कार्यक्रम, आर्केस्टा कार्यक्रम किया गया जहां पर हजारों की संख्या में क्षेत्र की श्रद्धालु उपस्थित रहे। अंतिम नवमी के दिन महाकाल म्यूजिक ग्रुप ताल द्वारा संगीतमय प्रस्तुति दी। जिसकी एंकरिंग सनम मकवाना ने की। साथ ही पुरी टीम उपस्थित रही। इस अवसर पर मगरा माताजी विकास समिति, जयमाता समिति, महाकाल ग्रुप एवं समस्त ग्रामवासी के सहयोग से कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। नवरात्रि में विशाल स्वास्थ्य शिविर भी आयोजित हुआ।
ग्राम आकोदड़ा के सरपंच कारूलाल पाटीदार, उप सरपंच साहू शिवलाल सोनावत, माताजी के पुजारी दशरथ पंडा, श्याम सोनावत ने बताया कि यह कालिका माता मंदिर के नाम से प्रसिद्ध स्थान है यहां पर सभी भक्तो की हर मनोकामना पूरी होती है यहां कई प्रकार की बीमारियां मातारानी ठीक करती हैं यहां पर लकमा, मिर्गी, अंधापन, गूंगापन, बहरापन सहित अन्य बीमारियों के मरीजों की कई समस्याएं व बीमारीया ठीक हुई है । माता रानी का स्थान एक प्राकृतिक स्थान है यहां पर पिछले कई सालों से अखंड दीपक जलता है और यह स्थान यहां हर शनिवार रविवार को भंडारा होता है । यह मंदिर मंदसौर से 25 किलोमीटर दूरी ग्राम आकोदड़ा मगरा माताजी क्षेत्रीय 24 गांव के बीच ऊंचे पहाड़ पर स्थापित है और इस नवरात्रि के पावन पर्व पर यहां दूर-दूर से हजारों भक्तजन माता रानी के दर्शन का लाभ लेने आ रहे हैं।
श्याम सोनावत ने बताया कि मातारानी के दरबार में कई गांवों से भक्त लंबी चुनर यात्राएं लेकर भी पधारे और माता को चुनरी समर्पित कर सबके सुख समृद्धि की कामना की। श्री सोनावत ने बताया कि यह हर शनिवार व रविवार को माता का भंडारा आयोजित होता है। श्री सोनावत ने सभी माता भक्तों से मंदिर आकर माताजी के दर्शन लाभ लेने की अपील की है