इंडिया गठबंधन की प्रत्याशी मीरा यादव नामांकन निरस्त, प्रशासन पर लगाये आरोप
दीपक शर्मा
पन्ना ५ अप्रैल ;अभी तक; मध्य प्रदेश के खजुराहो संसदीय क्षेत्र से समाजवादी पार्टी (इंडिया गठबंधन) की प्रत्याशी पूर्व विधायक श्रीमती मीरा दीपक यादव का नाम निर्देशन पत्र रिटर्निंग ऑफिसर सुरेश कुमार ने निरस्त कर दिया है।
समाजवादी पार्टी के नेता दीपनारायण सिंह दीपक यादव का आरोप रिटर्निंग ऑफिसर ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष एवं खजुराहो प्रत्याशी विष्णु दत्त शर्मा के दबाव में लिया निर्णय बताया है। सपा प्रत्याशी का फार्म निरस्त करने के निर्णय पर रिटर्निंग ऑफिसर एवं पन्ना कलेक्टर सुरेश कुमार मीडिया से कैमरे पर बात करने को तैयार नहीं थें।
रिटर्निंग ऑफिसर सुरेश कुमार ने ऑफ कैमरा बताया कि समाजवादी पार्टी प्रत्याशी ने अपने नामांकन फार्म के साथ मतदाता सूची की सत्यापित कॉपी संलग्न नहीं की और नामांकन फार्म में दो स्थान के बजाए सिर्फ एक जगह ही हस्ताक्षर किए गये हैं। रिटर्निंग ऑफिसर सुरेश कुमार का कहना है कि, सपा प्रत्याशी के निर्वाचन अभिकर्ता को पूर्व में इस संबंध में बताया गया था कि जबकि अभिकर्ता सरदार यादव का कहना है कि, रिटर्निंग ऑफिसर ने उन्हें किसी तरह की कोई जानकारी नहीं दी।
निर्वाचन अभिकर्ता सरदार यादव का कहना है कि उनके प्रत्याशी के फार्म में अगर कोई कमी थी तो इस संबंध में हमें अवगत कराया जाता तो हम उसकी पूर्ती समय पर सुनिश्चित कर देते। लेकिन हमें उनके द्वारा कोई सूचना नहीं दी गई। बारह बजे नामांकन निरस्त करने की घोषणा कर दी। जबकी समिक्षा का समय तीन बजे तक निर्धारित था और इस दौरान नामांकन मे जो भी कमियां थी उन्हे पूर्ती करने का नियम है। लेकिन निर्वाचन अधिकारी द्वारा तानाशाहपूर्ण निर्णय लेते हुए नामांकन निरस्त कर दिया गया है।
गौरतलब है कि भारतीय निर्वाचन आयोग द्वारा स्पष्ट निर्देश है कि किसी भी प्रत्याशी का नामांकन निरस्त नही किया जाये। कमियो को पूरा कराया जाये। लेकिन भाजपा सरकार के दबाव मे पूरे देश मे संविधान द्वारा निर्मित नियमो की धज्जियां प्रशासनिक अमला के माध्यम से उडाई जा रही है। पन्ना जिले मे इसके पूर्व नगर पालिका निर्वाचन के समय भी इसी प्रकार तत्कालीन कलेक्टर द्वारा निर्वाचन नियमो की धज्जियां उडाते हुए कार्य किया गया था। संबंधित प्रत्याशी द्वारा उक्त मामले को लेकर माननीय उच्च न्यायालय मे जाने की बात कही है।
ज्ञात हो कि मीरा दीपक यादव के चुनाव मे कूंदने से भाजपा की ओर से चुनाव लड रहे प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की सांसे फूल रही थी तथा उन्हे अपनी हार नजर आने लगी थी। जिसके चलते षडयंत्र पूर्वक यह कृत्य किया गया है।