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कलेक्टर ने की जिले में पेयजल प्रदाय व्यवस्था की समीक्षा कहा कहीं पर भी पेयजल की समस्या ना हो

आशुतोष पुरोहित
 खरगोन 31 मार्च ;अभी तक;   कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा ने 31 मार्च को लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों, जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों एवं नगरीय निकायों के मुख्य नगर पालिका अधिकारियों की बैठक लेकर ग्रीष्म काल में जिले में पेयजल प्रदाय व्यवस्था की समीक्षा की। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आकाश सिंह एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री भी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री शर्मा ने बैठक में अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिले में कहीं पर भी पेयजल की समस्या ना हो इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाये जायें। बंद पड़े हेंडपंप के सुधार के लिए 700 मीटर राईसिंग पाईप एवं 36 स्थानों के लिए सिंगल फेस मोटर दो दिनों के भीतर खरगोन जिले में पहुंच जाना चाहिए। जिले के सभी नगरीय निकाय अपने क्षेत्र की जनपद पंचायत से समन्वय बनाये रखें। बैठक में निर्देशित किया गया कि जिले के प्रत्येक ग्राम पंचायत में उपलब्ध वाटर टैंकर में मोटर पंप लगा होना चाहिए। जिससे अग्नि दुर्घटना होने पर मोटर लगे इन टैंकरों का उपयोग आग बुझाने में किया जा सकेगा।
बैठक में बताया गया कि ग्रीष्मकाल में जिले में कहीं पर भी पेयजल परिवहन की आवश्यकता नहीं  होगी।जिले के ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल प्रदाय की पर्याप्त व्यवस्था है। जिले में कहीं पर भी पेयजल की समस्या होने पर उसकी सूचना प्राप्त करने एवं निराकरण के लिए जिला स्तर के साथ ही सभी 09 विकासखंड स्तर पर कंट्रोल रूम बनाये गये हैं। जिले में 710 नल-जल योजनायें चालू हैं और उनसे पेयजल प्रदाय किया जा रहा है। ग्रीष्मकाल में आवश्यकता होने पर अधिग्रहण के लिए 160 स्थानों के निजी जल स्त्रोतों को चिन्हित कर लिया गया है। खरगोन जिले में लगभग 12 हजार हैंडपंप हैं, जिनमें से 380 हैंडपंप बंद हैं। जल प्रदाय के लिए 1411 स्थानों पर सिंगल फेस मोटर चालू हैं, 36 स्थानों पर सिंगल फेस मोटर बंद है। बंद हैंडपंप के सुधार के लिए 700 मीटर राईसिंग पाईप की आवश्यकता है।

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