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कान्हा टाइगर रिजर्व से 4 बायसन की पहली खेप संजय टाइगर रिजर्व के लिए रवाना, अगले 1 सप्ताह में 35 बायसन का ट्रांसलोकेशन किया जाना प्रस्तावित
मंडला संवाददाता
मंडला २ जून ;अभी तक; कान्हा टाइगर रिजर्व से 1 जून को 4 बायसन सीधी जिले के संजय टाइगर रिजर्व के लिए रवाना किए गए।
कान्हा टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर एसके सिंह ने बताया कि अगले 1 सप्ताह में कान्हा से 35 बायसन का संजय टाइगर रिजर्व में ट्रांसलोकेशन किया जाना प्रस्तावित किया गया है।
इस बारे में जानकारी देते हुए डायरेक्टर एसके सिंह ने बताया कि कान्हा टाइगर रिजर्व से संजय टाइगर रिजर्व में बायसन के ट्रांसलोकेशन की योजना वर्ष 2021 में भारत सरकार वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से स्वीकृत की गई थी। इस योजना को मध्यप्रदेश शासन वन विभाग के पहल पर भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून ने तैयार किया है।
कुल 50 बायसन के पुनर्स्थापन का प्रस्ताव
फील्ड डायरेक्टर सिंह ने बताया कि संजय टाइगर रिजर्व में कुल 50 बायसन को ट्रांसलोकेशन किए जाने की योजना है। कान्हा टाइगर रिजर्व से 35 और सतपुरा टाइगर रिजर्व से 15 बायसन संजय टाइगर रिजर्व भेजे जाने प्रस्तावित है। 1 जून को कान्हा टाइगर रिजर्व से कुल 4 बायसन संजय टाइगर के लिए रवाना किए गए इनमें दो नर एवं मादा गौर शामिल है।
इस कार्यवाही के दौरान प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी), मध्यप्रदेश जसवीर सिह चौहान, भा.व.से. विशेष रूप से कान्हा में उपस्थित थे। एस के सिंह ने बताया कि कान्हा परिक्षेत्र के रानी तालाब क्षेत्र से गौर को पकड़ा गया और विशेष रूप से तैयार किये गये परिवहन ट्रक से रवाना किया गया। इस कार्यवाही में मध्यप्रदेश वन विभाग के पुनीत गोयल, भा.व.से., उप संचालक कान्हा टाईगर रिजर्व एवं संजय टाईगर रिजर्व के अधिकारियों/कर्मचारियों के अतिरिक्त भारतीय वन्यजीव संस्थान, देहरादून के प्रोजेक्ट इन्चार्ज डॉ. पराग निगम तथा उनके सहयोगी तथा मघ्यप्रदेश वन्यप्राणी स्वास्थ्य एवं फॉरेंसिक संस्थान, जबलपुर की शोभा जावरे के नेतृत्व में टीम संलग्न थी। वर्तमान प्रक्रिया पूर्णतः भारतीय विशेषज्ञों की देखरेख में संपन्न की जा रही है। इस प्रक्रिया के अध्ययन के लिये छत्तीसगढ़ एवं कर्नाटक राज्य के वन्यप्राणी प्रबंधन अधिकारी भी उपस्थित रहें।
इसके पूर्व वर्ष 2011-12 में कान्हा टाईगर रिजर्व से 50 गौर का प्रत्यास्थापन बांधवगढ टाईगर रिजर्व, उमरिया में सफलतापूर्वक किया गया, वहाँ लगभग 150 गौर की संख्या है।