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किसी से ईर्ष्या करके जलने से अच्छा है, बराबरी करने का प्रयास करें ; मुनि श्री आदित्यसागरजी
महावीर अग्रवाल
मन्दसौर १२ जून ;अभी तक; दिगंबर जैन मुनि श्री आदित्य सागर जी महाराज के बीपीएल चौराहा स्थित तार बंगला मंदिर में प्रवचन हुए। मुनि श्री ने यहां धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज पंचम काल में मनुष्य भव में जन्म लेकर अनंत भवों का पुण्य उदय में आता है तब उसे जिनेंद्र प्रभु के दर्शन व गुरुओं का सानिध्य मिलता है। उन्होंने कहा आप अपने जीवन के आठ अवगुणों को निकाल दे तो जीवन में शांति प्राप्त हो सकती है। ईर्ष्या, घृणा,क्रोध,निंदा शंका, व्यसन सेवन, असंतोष और दूसरों के भाग्य पर जीने की अभिलाषा से जीवन में प्रति समय अशांति बनी रहती है।
मुनिश्री ने कहा ईर्ष्या करके जलने से अच्छा है बराबरी करने का प्रयास करो। पुण्य के अनुसार ही लब्धि प्राप्त होती है। किसी की निंदा करके अपना समय व्यर्थ ना गवाएं। मुनिराजो से घृणा करने पर शूकर की पर्याय प्राप्त होती है,जिससे सब घृणा करते हैं। आपने कहा कि क्रोध करने पर बुद्धि का विनाश होता है व शारीरिक रुग्णता रहती है। जीवन में शंका हटकर जिस दिन श्रद्धा आ जाएगी उस दिन संतोष का अनुभव कर पाएंगे। आपने कहा 8 अवगुण नष्ट होने के बाद सिद्धत्व की प्राप्ति हो जाती है। श्री अप्रतिमसागरजी महाराज एवं मुनिसहजसागरजी महाराज भी मंच पर विराजमान थे।
डॉ चंदा भरत कोठारी ने बताया धर्मसभा के प्रारंभ में संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागरजी महाराज के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन सर्वश्री सनत कुमार बाकलीवाल, डॉ मनसुखलाल गांधी, दीपक भूता, शांतिलाल बड़जात्या, दिनेश गुप्ता व डॉ राजकुमार बाकलीवाल ने किया।
मुनि श्री के चरण प्रक्षालन अजय बाकलीवाल, सौरभ बाकलीवाल, अमित बाकलीवाल ने किए। शीला बाकलीवाल,निर्मला बाकलीवाल, लता बाकलीवाल, निशा बाकलीवाल ने शास्त्र भेंट कीये। श्रीफल भेंट कर आशीर्वाद लेने वालों में राजेंद्र कियावत, डॉ वीरेंद्र गांधी, डॉ महेंद्र पाटनी, पं विजय कुमार गांधी, विजेंद्र सेठी, अभय मादावत, सुरेश जैन, अजीत बंड़ी, भूपेंद्र कोठारी, नरेंद्र कुमार गांधी एड,. विमलचंद मच्छीरक्षक, पवनकुमार अजमेरा एड, सी के जैन, जयकुमार बड़जात्या, अजय बाकलीवाल, राजेंद्र मोदी, दिनेश दोषी, राजकुमार पाटनी, अशोक चयन, अमित बाकलीवाल, सौरभ बाकलीवाल आदि शामिल थे। डॉ. राजकुमार बाकलीवाल ने धर्मसभा में विनयांजलि प्रस्तुत की।
पंचकल्याणक महोत्सव समिति के अध्यक्ष श्री शांतिलाल बड़जात्या ने बताया आज 13 जून से महोत्सव प्रारंभ होगा। प्रतिष्ठाचार्य ब्रह्मचारी पीयूष प्रसून के मार्गदर्शन में प्रातः ध्वजारोहण व घट यात्रा के साथ महोत्सव का शुभारंभ होगा। प्रातः और दोपहर पूजन विधान व प्रातः 8.15 बजे एवं दोप. 4 बजे मुनि श्री के प्रवचन होंगे। सांयकाल आरती के पश्चात भैयाजी के प्रवचन, व सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। धर्मसभा का संचालन डॉ चंदा भरत कोठारी ने किया, आभार अजय बाकलीवाल ने माना।