जबरन कब्जा करने को लेकर कलेक्टर से लगाई न्याय की गुहार
दीपक शर्मा
पन्ना १५ अप्रैल ;अभी तक; जिले के रैपुरा तहसील अन्तर्गत ग्राम मढिया निवासी आवेदक भारतेन्द्र सिंह परमार पिता जगपाल सिंह परमार ने कलेक्टर तथा पुलिस अधीक्षक के नाम दिये आवेदन मे उल्लेख किया कि मेरी गांव मे पैत्रिक कृषि भूमि है जिस पर दबंगो द्वारा जबरजस्ती कब्जा कर रखा है तथा खेती नही करने दी जा रही है।
आवेदक ने उल्लेख करते हुए बताया कि मेरी कृषि आराजी क्र. 310, 311, 312, 313 रकवा क्रमशः 0.2300, 0.3400, 0ः2100, 0.1500 हे0 कुल किता 04, कुल रकवा 0.9300 हे० का एक खेत है, जो आवेदक की स्वयं की पैतृक आराजी है जिसमें आवेदक द्वारा इस बार चना एवं गेहूं की फसल बोई थी। आरोपीगण प्रतिपाल सिंह जीतेन्द्र सिंह, नेपाल सिंह एवं महेन्द्र सिंह ने जबरन पशुबल के आधार पर आवेदक की उक्त आराजी नं. 310 रकवा 0.2300हे0 के अंश भाग एव मेढ़ पर कब्जा कर लिया है, तथा आवेदक जब उनसे अपनी पैतृक आराजी से कब्जा हटाने के लिए बात करता है तो वह लाठी डण्डा लेकर खड़े हो जाते हैं और कहते हैं तेरा सारा खेत छुड़ा लेंगे, तुम अब खेत नहीं जोत पाओगे। हम तुम्हारी सारी आराजी अपने कब्जे में करके उसमें हम खेती करेंगे। तुम यहाँ रह भी नहीं पाओगे। हम परिवार के 6 लोग होते हैं, हमारे पास जनबल अधिक है, और हमने इस तरह से कई लोगों के खेत छुडाए हैं गांव के लोग हमारा कुछ नहीं बिगाड़ पाये तुम भी हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकते हो। हमारी पहुंच ऊपर तक है। इसलिए शांति से तुम अपना खेत हमें दे दो और गांव छोड़ कर चले जाओ।
यह कि मैं आरोपियों के इस कृत्य से बहुत डरा सहमा हूँ। मेरी सम्पत्ति पर जबरन कब्जा कर छुड़ाने के उददेश्य से आरोपियों के द्वारा दबाव बनाया जा रहा है। जिसमें मुझे अत्यधिक नुकसान है और मेरी जान माल का खतरा भी आरोपियों से बना हुआ है। आरोपीगण दबंग एवं आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं. तथा वह गांव में आये दिन मारपीट करते रहते हैं गांव के अन्य चार लोगों की भी इसी प्रकार से जमीनें उक्त लोगो द्वारा छीन ली गई हैं और गांव में अराजकता का माहौल पैदा किए है तथा इनके खिलाफ थाना सिमरिया में अनेक आपराधिक मामले पंजीबद्ध हैं तथा न्यायालय में भी आपराधिक प्रकरण विचाराधीन हैं। इनके विरुद्ध संगीन अपराध के मामले भी पंजीबद्ध हैं और आये दिन गरीबों के साथ अन्याय करते रहते हैं। जिससे मुझमें डर व्याप्त है और मैं असहाय होकर गांव छोड़कर पन्ना आकर रहने लगा हूँ। आवेदक ने प्रशासन से संबंधितो पर कडी कार्यवाही करने की मांग की है।