जब जंगली जानवरों की सुरक्षा के कड़े प्रावधान तो पालतू पशु दुर्दशा का शिकार क्यो हो रहे है- राष्ट्र संत कमलमुनि जी

महावीर अग्रवाल

मंदसौर ६ मई ;अभी तक;  जब आम जनता को लाइट, नल, अनाज और इलाज सरकार अपना वोट बैंक बढ़ाने के लिए मुफ्त में दे सकती हैं तो परमार्थ का काम करने वाली संस्थाओं को सुविधाएं क्यों नहीं दे सकती है। उक्त विचार राष्ट्रीय संत कमलमुनि कमलेश ने जैन दिवाकर कमल गौशाला में धर्मसभा में व्यक्त किए। संत श्री ने कहा कि  सरकार को कम से कम गौशालाओं को तो निशुल्क लाइट, पानी  की सुविधा देने की घोषणा सरकार करनी ही चाहिए।

                      मुनि श्री कमलेश से कहा कि काश संविधान में गोवंश को भी वोट डालने का अधिकार होता तो उनकी भी कोई सुनता। जंगली जानवरों की सुरक्षा हो रही है और पालतू पशुओं की दुर्दशा हो रही है। इससे बड़ा दुर्भाग्य और क्या हो सकता है।

राष्ट्रसंत ने कहा कि मंदसौर नगर पालिका द्वारा सिन्दपन में जिस प्रकार गंदगी और कचरा चारों तरफ फैला रखा है। इससे  दुर्गंध आ रही है और बीमारियों के फैलने का ख़तरा है। इससे  स्वच्छता अभियान का जनाजा निकल रहा है।

यहाँ चारों ओर जिस प्रकार पॉलिथीन थैली का अंबार फैला हुआ है, धरती बंजर हो रही है गाय माता इसे खाकर मर रही है। नगर पालिका को तत्काल इस समस्या पर ध्यान देकर इससे मुक्ति दिलाना चाहिए।

संत श्री ने कहा कि स्वच्छता अभियान में मंदसौर को नंबर वन पर लाना है तो प्लास्टिक थैलीमुक्त और सड़क को गोवंश मुक्त करना होगा, तभी यातायात नियंत्रण कानून का ईमानदारी से पालन होगा।

मुनि कमलेश ने सिन्दपन गौशाला का अवलोकन किया। इस मौके पर अखिल भारतीय जैन दिवाकर विचार मंच नई दिल्ली जिला इकाई मंदसौर के विजय खटोड़, सुनिल दक, संजय पोरवाल, अजीत खटोड़, नीलम वीरवाल, सुखदेव वीरवाल, अशोक मेहता, राजेश सिंघवी, ठेकेदार अशोक विजयवर्गीय, दिवाकर मंच महिला शाखा की संगीता चौरडिया, डिंपल पोरवाल, मीना राका, सपना नाहर,  मधु कड़ावत, रेनू खटोड़ आदि ने गौ सेवा का लाभ लिया।