डेमू ट्रेन में आगजनी के बाद तीन घंटों में हुआ रेल यातायात सामान्य
अरुण त्रिपाठी
रतलाम,23 अप्रैल ;अभी तक; पश्चिम रेलवे के रतलाम मंडल में रविवार सुबह रतलाम से इंदौर जा रही रतलाम-अंबेडकर नगर डेमू ट्रेन (संख्या 09390) में आगजनी के बाद रेलवे को व्यवस्थाएं सुचारू करने में तीन घंटे लग गए। इस दौरान यात्रियों की गंतव्य तक पहुंचने में फजीहत हुई।
रतलाम से डेमू ट्रेन सुबह 6.25 बजे डॉ. अंबेडकर नगर के लिए रवाना होकर 30 किलोमीटर दूर प्रीतम नगर स्टेशन पर पहंुची, तभी यात्री बोगियों के बीच लगे ड्राइविंग मोटर कोच के जनरेटर में आग लग गई। आग की लपटों से बगल की बोगी को भी जल गई। इससे सवार यात्री समय रहते नीचे उतर गए, जिससे सभी सुरक्षित रहे।
प्रीतम नगर में ट्रेन रुकते ही यात्रियों में हडकंप मच गया। वे दौड़ते-कूदते हुए स्टेशन पर उतरकर इधर-उधर भागे। सुबह 7.50 बजे फायर ब्रिगेड की टीम मौके पहुंची और उसने 8.10 बजे आग पर काबू पा लिया। आग से ड्राइविंग मोटर कोच और पास की बोगी जल गई। आग लगने के बाद यात्रियों के लिए दूसरी ट्रेन का इंतजाम नहीं हो पाया। यात्री पैदल प्रीतम नगर रेलवे स्टेशन से 6 किलोमीटर दूर फोरलेन पर रत्तागिरी ग्राम से बस और दूसरे साधन लेकर गंतव्य तक पहुंचे।
रतलाम रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीणा ने बताया कि आग ट्रेन के ड्राइविंग मोटर कोच के जनरेटर में लगी थी। इससे कोई यात्री हताहत नहीं हुआ है। इस हादसे की सूचना मिलने पर रेल अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे। उन्होंने ट्रेन को प्रीतम नगर से वापस नौगांवा रेलवे स्टेशन भेजा। नौगांवा में जली हुई बोगी और इंजन को ट्रेन से हटाया गया और ट्रेन के यात्रियों को सुबह 10 बजे रतलाम से चली दूसरी ट्रेन से रवाना किया गया। दरअसल, प्रीतम नगर में दूसरा रेल ट्रैक नहीं था, इसलिए ट्रेन को वापिस नौगांवा भेजना पड़ा। श्री मीणा के अनुसार इस हादसे की जांच कर जल्द ही इसके कारणों का पता लगाया जाएगा।